तेलंगाना में कर्नाटक दोहराने की गर्जना, राहुल ने BRS को बताया ‘बीजेपी रिश्तेदार समिति’
खम्मम:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने खम्मम में रविवार को एक जनसभा के साथ तेलंगाना में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत की और कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम को यहां भी दोहराया जाएगा। राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद, तेलंगाना में बीजेपी का सफाया हो गया है और कांग्रेस तथा भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के बीच सीधा मुकाबला होगा।
BRS को बताया ‘बीजेपी की बी टीम’
बीआरएस को ‘बीजेपी रिश्तेदार समिति’ और ‘बीजेपी की बी टीम’ करार देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक में बीजेपी की भ्रष्ट और गरीब विरोधी सरकार को हराया क्योंकि सभी गरीब कांग्रेस के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा, “एक तरफ बीजेपी और उनके अरबपति थे, दूसरी तरफ किसान, मजदूर, आदिवासी, दलित, छोटे व्यापारी, अल्पसंख्यक और कमजोर वर्ग थे। तेलंगाना में भी यही दोहराया जाने वाला है। एक तरफ मुख्यमंत्री, उनका परिवार और उनके 10-15 अरबपति मित्र होंगे; और दूसरी तरफ सभी गरीब, दलित, किसान, आदिवासी, छोटे व्यापारी, अल्पसंख्यक और कमजोर वर्ग होंगे। कर्नाटक में जो हुआ वह तेलंगाना में दोहराया जाएगा।”
विधवा और वरिष्ठ नागरिकों को 4,000 रुपये की मासिक पेंशन का वादा
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा वादा करते हुए राहुल गांधी ने घोषणा की कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो प्रत्येक विधवा और वरिष्ठ नागरिकों को 4,000 रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी। उन्होंने याद दिलाया कि पार्टी पहले ही वारंगल में किसान घोषणापत्र और हैदराबाद में युवा घोषणापत्र की घोषणा कर चुकी है। उन्होंने कहा, “आज हम एक और ऐतिहासिक कदम की घोषणा कर रहे हैं। वरिष्ठ नागरिकों और विधवाओं को हर महीने 4,000 रुपये पेंशन के रूप में मिलेंगे।”
आदिवासियों को पोडु की जमीन लौटाने का वादा
उन्होंने यह भी वादा किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो पोडु की जमीन आदिवासियों को लौटा देगी। उन्होंने कहा कि केसीआर सरकार द्वारा किसानों और दलितों से छीनी गई सभी जमीनें भी उन्हें वापस कर दी जाएंगी। राहुल गांधी ने कहा कि पहले कहा जा रहा था कि तेलंगाना में लड़ाई बीआरएस, कांग्रेस और बीजेपी के बीच है, लेकिन बीजेपी तेलंगाना में खत्म हो गई है और पार्टी को इसका एहसास भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी की बी टीम के बीच होगी। जिस तरह हमने कर्नाटक में बीजेपी को हराया, उसी तरह हम तेलंगाना में बीजेपी की बी टीम को हराएंगे।’ उन्होंने कहा कि हमने विपक्षी दलों की बैठक से पहले स्पष्ट कर दिया था कि हम बीजेपी बी टीम के साथ बैठक में शामिल नहीं होंगे, उनके साथ नहीं बैठेंगे और हम उन्हें हराएंगे। हम बीजेपी की बी टीम के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते।
जो मोदी कहते हैं वही KCR कहते हैं
उन्होंने भ्रष्टाचार और संसद में प्रमुख विधेयकों पर बीजेपी सरकार के समर्थन को लेकर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केसीआर वही करते हैं जो नरेंद्र मोदी चाहते हैं। उनका रिमोट कंट्रोल नरेंद्र मोदी के हाथ में है। दिल्ली आबकारी नीति मामला, जिसमें केसीआर की बेटी का नाम भी आया था, का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण केसीआर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव में हैं। राहुल गांधी ने कहा, “केसीआर सोचते हैं कि वह तेलंगाना के राजा हैं और तेलंगाना उनकी जागीर है। केसीआर उन जमीनों को छीन रहे हैं जो इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी ने गरीबों, दलितों और आदिवासियों को दी थीं।” उन्होंने कहा कि जहां तक भ्रष्टाचार की बात है तो केसीआर ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कालेश्वरम परियोजना में एक लाख करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई और मिशन काकतीय में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ। केसीआर आपकी जमीनें छीनने के लिए धरणी पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने हर वर्ग का अधिकार छीन लिया है।”
पार्टी छोड़ने वालों के खुले हैं दरवाज़े
राहुल गांधी ने यह भी घोषणा की कि कांग्रेस के दरवाजे उन सभी लोगों के लिए खुले हैं जिन्होंने अतीत में पार्टी छोड़ी थी। उन सभी लोगों के लिए जो हमारी विचारधारा से सहमत हैं, हमारे दरवाजे खुले हैं। हमारा उन लोगों से कोई लेना-देना नहीं है जो बीजेपी और बीआरएस की विचारधारा का समर्थन करते हैं। उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा देश को एकजुट करने की है जबकि दूसरी तरफ नफरत और हिंसा की विचारधारा है। उन्होंने कहा कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश ने कांग्रेस की विचारधारा का समर्थन किया और कसम खाई कि वे नफरत और हिंसा को फैलने नहीं देंगे।