कुर्सी बचा ले गए जुफर फारूकी, तीसरी बार बने यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन
- सपा समर्थित इमरान माबूद खान को एक वोट से हराया
- शनिवार को सरकार ने तीन सदस्य नामित किए थे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन पद के लिए जुफर फारूकी लगातार तीसरी बार चुन लिए गए हैं। चेयरमैन पद के लिए हुए चुनाव में उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी समर्थित इमरान माबूद खान को एक वोट से हराया। मंगलवार को हुए चुनाव में फारूकी को छह वोट, जबकि एडवोकेट माबूद को पांच वोट मिले।
चुनाव में वक्फ बोर्ड के सभी 11 सदस्यों ने वोट डाले। चुनाव, शासन द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक शिवाकांत द्विवेदी विशेष सचिव (अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ ) की मौजूदगी में हुआ। इस दौरान बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एस एम शोएब मौजूद थे। चुनाव में आठ निर्वाचित और तीन नामित यानी कुल 11 सदस्य अपने ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सभी सदस्यों की बैठक लखनऊ स्थित बापू भवन सचिवालय में बुलाई गई थी।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को आठ सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, जबकि शनिवार को सरकार ने तीन सदस्य नामित कर दिए। सभी 11 सदस्यों को नौ मार्च मंगलवार को बापू भवन सचिवालय के द्वितीय तल स्थित सभागार में शाम चार बजे बैठक में बुलाया गया। यही 11 सदस्यों ने अपने में से अध्यक्ष का चुनाव किया। सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों में दो सांसद, दो विधायक, दो बार काउंसिल सदस्य, दो मुतवल्ली, एक समाजसेवी, एक इस्लामिक स्कॉलर व एक संयुक्त सचिव स्तर के अफसर शामिल हैं।