नदियों में शव बहाने से रोकने के लिए योगी ने धर्मगुरुओं से मांगी मदद
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि स्वच्छता एवं स्वच्छ पर्यावरण के महत्व के संबंध में लोगों को सतत जागरूक किया जाए। नदियों को स्वच्छ और निर्मल रखना सभी का दायित्व है। केंद व राज्य सरकार नदियों को स्वच्छ रखने के लिए विशेष योजनाएं संचालित कर रही हैं। किसी भी मृतक के अंतिम संस्कार के लिए शव को जल में प्रवाहित करना पर्यावरण के अनुकूल नहीं है। इस संबंध में धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित करते हुए, लोगों को जागरूक करने में उनका सहयोग प्राप्त किया जाए। एस0डी0आर0एफ0 तथा पी0ए0सी0 की जल पुलिस नाव से सभी नदियों में सतत पेट्रोलिंग करती रहें। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में शवों को जल में प्रवाहित न किया जाए, क्योंकि नदी में शव प्रवाहित करने से वह प्रदूषित होती है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर में लगातार आ रही कमी और निरन्तर बेहतर हो रही रिकवरी दर आशाजनक संकेत है। इसके दृष्टिगत उन्होंने ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के लक्ष्य के अनुरूप कोविड-19 के खिलाफ जंग को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अवगत कराया गया कि अब प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या दो लाख से कम होकर 1,93,815 रह गई है। विगत 30 अप्रैल को प्रदेश में सर्वाधिक 03 लाख 10 हजार 783 एक्टिव केस थे, जिसके सापेक्ष बीते 14 दिनों में एक्टिव केस की संख्या में लगभग 01 लाख 17 हजार की गिरावट दर्ज हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग कार्य की महत्वपूर्ण भूमिका है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पूरी सक्रियता से टेस्टिंग को जारी रखने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रयोगशालाओं की टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की कार्यवाही में तेजी लायी जाए। बैठक में यह जानकारी दी गई कि विगत 24 घंटों में प्रदेश में 2,63,118 टेस्ट किए गए। इसमें 1,21,000 आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट शामिल हैं। इसी अवधि में 15,747 संक्रमण के नए मामले मिले, जबकि बीते 24 घंटों में 26,179 संक्रमित लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए।