अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पत्रकारिता का गला घोंट रही है योगी सरकार: अजय कुमार लल्लू
लखनऊ: उ0प्र0 कांगेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जी विधायक ने एक न्यूज़ चैनल के डिप्टी एडिटर से एस0टी0एफ0 द्वारा करीब 2 घण्टे की गयी पूछताछ को पत्रकारिता के खिलाफ एक बड़ा षडयन्त्र माना है। उन्होने कहा कि उक्त न्यूज चैनल ने खबर प्रसारित किया था कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए डाक्टरों को सुरक्षा के लिए जो किट दी जानी थी वह किट जब आयी तो वह घटिया क्वालिटी की निकली, यह खबर तमाम समचार-पत्रों में भी छपी थी तथा यह भी आया था कि सरकार किट वापस करेगी। परन्तु यह सब हुआ या नहीं यह तो कोई नहीं जान सका है। उल्टा अपने न्यूज चैनल पर घटिया पी0पी0ई0 किट की न्यूज दिखाने वाले डिप्टी एडीटर से ही एस0टी0एफ0 ने दो घण्टे तक पूछताछ करके पत्रकार पर दबाव बनाने तथा अन्य पत्रकारों को डराने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अच्छा होता सरकार उस एजेन्सी की जांच करती जिसने वह पी0पी0ई0 किट का सौदा किया और उसमें किन-किन नियमों का उल्लंघन हुआ था इस बिन्दु की जांच की जाती और घटिया किट की वजह से डाक्टरों और चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा को खतरा था जो कोरोना पीड़ितों की सुरक्षा में प्राण-पण से लगे हैं।
अजय कुमार लल्लू ने सरकार से सवाल उठाया है कि सरकार इस प्रकरण में किसको बचाना चाहती है, यह बताये। तथा उस अधिकारी जिसने सरकार को पत्र लिखकर बताया था कि पी0पी0ई0 किट घटिया है। उस पर क्या कार्यवाही सुनिश्चित की गयी तथा क्या यह सुनिश्चित कर लिया गया कि किट की गुणवत्ता सही है या नहीं तथा सौदा करने और आपूर्ति एजेन्सी के खिलाफ क्या कार्यवाही सुनिश्चित की गयी है, इसका खुलासा होना चाहिए।
उन्होने कहा कि कोरोना महामारी की आड़ लेकर, अपनी जान को जोखिम में डालकर पत्रकारिता का कार्य करने वाले किसी भी पत्रकार का अनुचित उत्पीड़न नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि डाक्टर, चिकित्साकर्मी, पुलिस, सफाईकर्मी की भांति देश को वस्तुस्थिति की सही जानकारी उपलब्ध कराने के लिए पत्रकार भी कोरोना फाइटर की भांति लगे हैं इनका भी सम्मान बचाना हमारी जिम्मेदारी है।