दिल्ली:
हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने पहले ही मैच में ऐसी छाप छोड़े कि दुनिया याद रखे. भारत के युवा बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ऐसा करने में सफल रहे हैं. यशस्वी को वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका के विंडसर में खेले जा रहे मैच में डेब्यू करने का मौका मिला, जिसे बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पूरी तरह से भुनाया। यशस्वी ने पहले ही मैच में शतक जड़ा. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक यशस्वी 143 रन बनाकर नाबाद लौटे. यह पारी खेलने के बाद यशस्वी भावुक हो गए. वह अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाने वाले 17वें भारतीय बन गये हैं.

इस मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. हालांकि, मेजबान टीम के बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके और वेस्टइंडीज की टीम 150 रन पर ढेर हो गई. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने दो विकेट खोकर 312 रन बना लिए हैं.

दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद यशस्वी ने कहा कि यह पारी उनके लिए काफी इमोशनल थी. उन्होंने कहा कि वह खुलकर खेलने के लिए मैदान में उतरे जिसमें वह सफल रहे. शतक लगाना उनके लिए एक भावनात्मक क्षण है जिस पर उन्हें गर्व है। उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है और आगे बढ़ने के लिए वह सब कुछ करेंगे. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम में मौका मिलना बहुत मुश्किल है. उन्होंने यहां तक के सफर के लिए कप्तान रोहित शर्मा, भारतीय टीम प्रबंधन, सहयोग का शुक्रिया अदा किया।

यशस्वी ने कहा कि इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था क्योंकि पिच काफी धीमी है और आउटफील्ड भी धीमी है और मौसम भी काफी गर्म है. उन्होंने कहा कि वह अपने देश के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उनका ध्यान एक समय में एक गेंद खेलने पर था. यशस्वी ने कहा कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट पसंद है, उन्हें इस प्रारूप की चुनौतियां पसंद हैं, जब गेंद स्विंग और सीम करती है जो इस बल्लेबाज को पसंद है.

इस पारी से यशस्वी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. यशस्वी का यह स्कोर किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा भारत के बाहर डेब्यू टेस्ट मैच में बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है। इस मामले में उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को पछाड़ दिया है. गांगुली ने 1996 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 133 रनों की पारी खेली थी. यशस्वी भारत के तीसरे ओपनर बन गए हैं जिन्होंने डेब्यू मैच में शतक लगाया है. उनसे पहले शिखर धवन और पृथ्वी शॉ यह काम कर चुके हैं. यशस्वी ने रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 229 रन की साझेदारी की. यह एशिया के बाहर भारत की ओर से सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है.