लखनऊ:
“विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस” ​​के अवसर पर हकीम अजमल खां सेमिनार हॉल, इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज, लखनऊ में मेडिसिन विभाग के तत्वावधान में एवं बीयूएमएस बैच 2018 के अंतिम वर्ष के छात्रों की भागीदारी के साथ एक सेमिनार का आयोजन किया गया।

ज्ञात हो कि उक्त दिवस 1996 से हर साल 10 अक्टूबर को विश्व स्तर पर मनाया जाता है।

सेमिनार में छात्रों ने संपूर्ण विश्व में अत्यधिक संख्या में लोगों के अंदर मानसिक विकारों की व्यापकता, कारण और लक्षण, सुरक्षात्मक उपाय और इसके बारे में सार्वजनिक जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर अपने पेपर प्रस्तुत किए तथा देश के प्रमुख मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रकाश डाला गया।

छात्रों का ज्ञान बढ़ाते हुए कॉलेज के प्रोफेसर प्रो. मुहम्मद आरिफ इस्लाही (मेडिसिन विभाग के प्रमुख), डॉ. अनीस अहमद (एसोसिएट प्रोफेसर, सर्जरी विभाग), और डॉ. सना कौसर (असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, पैथोलॉजी विभाग) ने वर्तमान में विश्व स्तर पर लोगों की बदलती और असंयमित जीवनशैली के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के संदर्भ में अपने वैज्ञानिक और प्रायोगिक संबोधनों में कई उपयोगी जानकारी प्रदान की एवं सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के उपायों की जानकारी दी।

सेमिनार में छात्रों को संबोधित करते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रोo अब्दुल हलीम क़ासमी ने वर्तमान युग में मानसिक विकारों के कारणों पर विस्तृत प्रकाश डाला और कहा कि एक संस्कारित परिवार, समाज और राष्ट्र के निर्माण के लिए मानव शरीर के अंदर एक स्वस्थ दिमाग का होना आवश्यक है और जनता को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और इसे बनाए रखने के बारे में शिक्षित करना महत्वपूर्ण है तथा इसकी त्वरित पहचान एवं उचित उपचारात्मक उपाय किए जाने चाहिए।

सेमिनार में बैच 2022 प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने भी फ़ीज़ियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर रईस अहमद के मार्गदर्शन में मानसिक विकार “शिज़ोफ़्रेनिया” के विभिन्न पहलुओं पर तैयार जानकारी से भरे उत्कृष्ट पेपर प्रस्तुत किए।

यह ध्यान रहे कि इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज छात्रों के शैक्षिक कल्याण के लिए चिकित्सा महत्व के महत्वपूर्ण “राष्ट्रीय और विश्व दिवस” ​​पर सेमिनार आयोजित करता है।