लखनऊ आकर भी पीड़ितों से मिलने लखीमपुर क्यों नहीं गए पीएम मोदी: प्रियंका गाँधी
टीम इंस्टेंटखबर
लखीमपुर में हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस की महासचिव और यूपी इंचार्ज इस समय सीतापुर में PAC गेस्ट हाउस में बनाई गयी अस्थायी जेल में हैं. उन्हें पहले हिरासत में लिया गया और 28 घंटे बाद गिरफ्तारी की गयी. गिरफ़्तारी के बाद प्रियंका गांधी का एक ऑडियो जारी हुआ है जिसमें प्रियंका गांधी कह रही हैं कि जनता की रक्षा सबसे बड़ा धर्म है. आज पीएम मोदी अमृत महोत्सव के लिए लखनऊ आए पर लखीमपुर खीरी नहीं आ पाए. प्रियंका गांधी ने कहा कि गृह राज्यमंत्री के इस्तीफा देने तक संघर्ष जारी रखेंगे.
प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारे देश को किसानों ने ही आजादी दिलाई. किसान शहीद हुए और आज भी किसान का बेटा ही जवान बनकर देश की सीमाओं पर आजादी को सुरक्षित रख रहा है. जब कोई किसान संघर्ष या आंदोलन में अपनी जान गंवाता है तो हम उसे मृतक नहीं कहते हैं. हम उसे शहीद कहते हैं. आज एक ऐसी कायर सरकार है कि इन्हीं का गृह राज्यमंत्री भरी सभा में जनता को धमकाता है. उसका बेटा किसानों को गाड़ी के पहिए के तले कुचल देता है और ये कायर सरकार इन अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाए अपनी पूरी पुलिस फोर्स को एक विपक्ष की महिला को रोकने के लिए लगा देती है. जब ये हादसा हुआ तो कहां थी ये पुलिस? कहां थी ये सरकार? कहां था ये प्रशासन?
गौरतलब है कि रविवार को लखीमपुर खीरी में हिंसा भड़की थी और उसी रात प्रियंका लखनऊ पहुंच गई थीं. रात को ही प्रियंका लखीमपुर के लिए रवाना हो गई थीं और सोमवार तड़के उन्हें हरगांव में पुलिस ने उन्हें रोक दिया था. बताया जा रहा था कि प्रियंका को हिरासत में लिया गया है, लेकिन अब पता चला है कि उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है.