WHO ने कोरोना वायरस की बूस्टर डोज पर रोक लगाने का किया आग्रह
टीम इंस्टेंटख़बर
दुनियाभर में बढ़ते कोविड मामलों पर चिंता जताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि लोग अभी भी पोस्ट कोविड समस्याओं से पीड़ित हैं.
WHO के मुताबिक लॉन्ग कोविड, इस महामारी के सबसे रहस्यमय पहलुओं में से एक है. संक्रमण से उबरने और कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद, महामारी से शरीर को हुए नुकसान का आकलन और फिर इलाज मुश्किल काम है. इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संक्रमण के बाद परेशानियों से जूझ रहे लोगों को चिकित्सकीय परिक्षण कराते रहने की सलाह दी है.
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की कोविड -19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कोविड के बाद का यह सिंड्रोम, या लॉन्ग कोविड, एक ऐसी चीज है, जिसके बारे में WHO गंभीर रूप से चिंतित है.”
WHO ने अमीर देशों से फिर एक बार कोरोना वायरस की बूस्टर डोज पर फिलहाल के लिए रोक लगाने का आग्रह किया है. WHO ने इन देशों से सितंबर तक ऐसा करने को कहा है, ताकि तब तक गरीब देशों में कम से कम 10 फीसदी आबादी का टीकाकरण हो जाए. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अब तक यह सिद्ध नहीं हुआ है कि वैक्सीन की दो डोज ले चुके लोगों को बूस्टर डोज देना संक्रमण का प्रसार रोकने में प्रभावी हैं या नहीं.