किसानों को जब ज़रुरत थी तब कहाँ थी भाजपा, याद रहेंगे टिकैत के आंसू: सपा प्रवक्ता
लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अब जैसे जैसे मतदान की ओर बढ़ रहा है वैसे वैसे नाराज़ वोट बैंक को मनाने का दौर भी बढ़ने लगा है. पहला चरण चूंकि जाट बाहुल्य पश्चिम यूपी से शुरू होगा इसलिए सत्ताधारी भाजपा की सारी निगाहें इसी वोट बैंक पर हैं. कल दिल्ली में भाजपा के चाणक्य अमित शाह ने जाट समुदाय के 250 प्रभावकारी लोगों के साथ मुलाक़ात कर उनकी नाराज़गी दूर करने की कोशिश की. किसानों की मनाने की भाजपा की इन कोशिशों पर समाजवादी पार्टी ने हमला बोला है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फखरुल हसन चाँद ने कहा है कि देश के अन्नदाताओं को आतंकवादी, पाकिस्तानी और खालिस्तानी बोलने वाले भाजपा नेताओं के मंत्रियों और नेताओं को अब चुनाव के समय ये अन्नदाता एकबार फिर किसान नज़र आने लगे.
सपा प्रवक्ता ने किसान नेता राकेश टिकैत का किसान आंदोलन के दौरान रोता हुआ फोटो पोस्ट करते हुए लिखा है “भूले तो नहीं, एक किसान नेता, राकेश टिकैत के आंसू , इसी भाजपा सरकार के मंत्रियो, प्रवक्ता कैसे पाकिस्तानी, आतंकवादी, ख़ालिस्तानी बोल रहे थे, और आज भाजपा के बड़े बड़े नेता नफरत फैलाने आ रहे है, जब किसानों को, ज़रूरत थी तो कोई नहीं आया था, लोकतंत्र मे अब समय है जवाब देने का.
गौरतलब है कि जाट बिरादरी पिछले कई चुनावों से भाजपा का भरपूर साथ देते आयी है मगर किसान आंदोलन से बढ़ी नाराज़गी और सपा-रालोद के गठजोड़ ने क्षेत्र में भाजपा का सारा चुनावी गणित गड़बड़ा दिया है.