ब्लॉक प्रमुख चुनाव में नामांकन के दौरान हिंसक घटनाएं, भाजपा-सपा कार्यकर्ता आमने सामने
नई दिल्ली: यूपी चुनाव आयोग की तमाम कोशिशों के बाद भी ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन के दौरान जमकर बवाल हुआ. नॉमिनेशन फाइल करने के दौरान सपा और बीजेपी उम्मीदवार आपस में भिड़ गए. हंगामा इतना बढ़ गया कि सपा समर्थकों की गाड़ी पर हमला कर दिया गया. इस हमले का आरोप सपा बीजेपी पर लगा रही है. हैरानी की बात ये है कि जिला प्रशासन की मौजूदगी में ये पूरा बवाल होता रहा और उन्होंने कोई सख्त एक्शन तक नहीं लिया.
यूपी के कुल 10 जिलों में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नॉमिनेशन के दौरान हिंसा की खबरें सामने आ रही है. सिद्धार्थनगर में पत्नी का पर्चा भरने जा रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय पर हमला कर दिया गया. कुछ लोगों ने रास्ते में उनसे नामांकन पत्र ही छीन लिया.
वहीं उन्नाव से भी नॉमिनेशन के दौरान हिंसक झड़प का मामला सामने आया है. असोहा ब्लॉक में नामांकन के दौरान सपा और बीजेपी उम्मीदवारों के बीच जमकर बवाल हुआ. इस दौरान बीजेपी समर्थकों पर ईंट-पत्थर फेंके जाने का आरोप है. बताया जा रहा है कि सपा प्रत्याशी को नामांकन करने से रोकने के लिए बीजेपी समर्थक जबरन ब्लॉक के गेट के भीतर जमा हो गए. जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठियां भी भांजी.
बताया जा रहा है कि पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात न होने की वजह से मामला इतना बढ़ गया. सीओ लोगों से हाथ जोड़कर शांति की अपील करते रहे. उनका कहना है कि अधिकारी ने सही संख्या में पुलिस फोर्स नहीं दिया था. यहां पर बीजेपी से आनंद गुप्ता और सपा से बीरेंद्र प्रत्याशी हैं.
वहीं सीतापुर में भी नॉमिनेशन के दौरान जमकर फायरिंग की गई. इस दौरान 3 लोगों को गोली लग गई. बुलंदशहर के स्याना में भी नामांकन के दौरान हंगामे की वजह से पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. यहां पर बीजेपी के ही दो गुटों के बीच मारपीट हो गई. पूर्व और मौजूदा बीजेपी प्रत्याशी के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई. जिसके बाद पुलिस ने दोनों गुटों पर लाठीचार्ज कर दिया.
बस्ती में भी बीजेपी के दो गुटों में नॉमिनेशन के दौरान झड़प हो गई. बीजेपी के बागी और ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी के समर्थकों के बीच मारपीट की घटना सामने आई है. हैरानी की बात ये है कि पुलिस के सामने ही दोनों गुट आपस में भिड़ गए. बीजेपी ने यहां पर रघुनाथ सिंह के करीबी को प्रत्याशी बनाया है.वहीं बीजेपी के बागी रमेश सिंह भी नॉमिनेशन भरने पहुंचे थे. बनकटी ब्लॉक प्रमुख पद पर कब्जा माने को लेकर दोनों आपस में भिड़ गए.