भारतीय रेसलर विनेश फोगाट पेरिस से लौटकर अपने घर पहुंच गई हैं। चरखी दादरी के अपने गांव बलाली पहुंचने के बाद उनका जगह-जगह स्वागत हो रहा है। विनेश को हाल ही में समाज के लोगों ने गोल्ड मेडल देकर सम्मानित भी किया। लेकिन अब उनके हरियाणा पहुंचने के बाद चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई है। दरअसल, हरियाणा में 1 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में विनेश फोगाट के राजनीति के मैदान में उतरने की चर्चा है।

ये चर्चा इसलिए भी तेज है क्योंकि विनेश का स्वागत करने के लिए हरियाणा के कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे। हालांकि विनेश ने पहले कहा था कि पॉलिटिक्स जॉइन नहीं करेंगी, लेकिन अब रिपोर्ट्स में सामने आया है कि वह किसी पार्टी का दामन थाम सकती हैं। कुछ राजनीतिक दलों ने उन्हें मनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, विनेश फोगाट अपनी चचेरी बहन और पूर्व पहलवान बबीता फोगाट के खिलाफ मैदान में उतर सकती हैं। बबीता फोगाट बीजेपी नेता हैं। उनके चरखी दादरी से चुनाव लड़ने की संभावना है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस विनेश को उनके सामने उतारकर मुकाबला रोचक बना सकती है। बता दें कि बबीता फोगाट ने 2014 और 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर मेडल जीतने के बाद राजनीति में एंट्री ली थी। बीजेपी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में चरखी दादरी से टिकट दिया था। हालांकि उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार सोमवीर सांगवान के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

विनेश के साथ ही पहलवान बजरंग पूनिया और योगेश्वर दत्त के बीच मुकाबला हो सकता है। इसी तरह पहलवान साक्षी मलिक को रोहतक जिले की महम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि उन्हें कांग्रेस टिकट दे सकती है। आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक के 50 किग्रा फीस्टाइल कुश्ती के फाइनल से पहले विनेश फोगाट को महज 100 ग्राम वजन की वजह से अयोग्य करार दे दिया गया था। इसके बाद लोगों ने सिस्टम पर निशाना साधा। विपक्षी दलों ने इसमें साजिश की बात कही। दरअसल, विनेश समेत पहलवानों ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौनशोषण का आरोप लगाते हुए मोर्चा खाेल दिया था। वह पहलवानों के प्रदर्शन में भी शामिल थीं। उस वक्त भी उनके राजनीति में जाने की चर्चा थी, हालांकि उन्होंने इससे मना कर दिया था। अब देखना होगा कि विनेश सियासी दंगल में उतरती हैं या नहीं।