लखनऊ
भाकपा (माले) ने बुलंदशहर में भीड़ हिंसा के शिकार दो भाइयों तंजीम और फैजान को न्याय दिलाने की मांग की है। पार्टी ने पुलिस की कार्रवाई पर हैरत व्यक्त करते हुए कहा है कि पिटाई में शामिल आरोपियों पर कार्रवाई करने की जगह भीड़ हिंसा का शिकार हुए दोनों भाइयों के खिलाफ ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया।

राज्य सचिव सुधाकर यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि योगी सरकार में भीड़ हत्या और भीड़ हिंसा की घटनाएं फिर सिर उठा रही हैं। अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ रहे हैं। सरकार इसे रोकने में विफल है। लोकसभा चुनाव बाद 18 जून को अलीगढ़ में फरीद उर्फ औरंगजेब की भीड़ हत्या (मोब लिंचिंग) हुई थी। बुलंदशहर की ताजा घटना ने दिखाया है कि पुलिस प्रशासन का संरक्षण किसे है। पीड़ित भाइयों पर दोहरा अन्याय हुआ है। सरकार उनका उचित इलाज कराए और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा रद्द हो। ऐसा करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो। घटना की निष्पक्ष जांच कर असल दोषियों को सजा दी जाए।

रिपोर्ट के अनुसार, 30 जून को दोनों भाई सामान वापस करने दुकान पर गए थे। दुकानदार के मना करने पर भाइयों ने विरोध किया। बहस के बाद जमा हुई भीड़ ने हिंसा की। बर्बर पिटाई का वीडियो भी सामने आया है।