उपराष्ट्रपति किसी सत्ताधारी का चीयरलीडर नहीं हो सकता, जयराम की धनकड़ पर टिप्पणी
दिल्ली:
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर की गई परोक्ष टिप्पणी को कांग्रेस ने बेहद गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि उपराष्ट्रपति अपने संवैधानिक मर्यादा से इतर जाकर सरकार का बचाव कर रहे हैं और राहुल गांधी पर गलत आरोप लगा रहे हैं।
कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर उन्हीने के अंदाज़ में जवाब देते हुए कहा है कि वो संवैधानिक पद की गरिमा को बरकरार रखें क्योंकि “किसी सत्ताधारी के लिए चीयरलीडर” नहीं हो सकते हैं।
दरअसल कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति धनखड़ पर यह टिप्पणी गुरुवार की देर रात में की, जब उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अपने आवास पर वरिष्ठ राजनेता डॉक्टर कर्ण सिंह की किताब का विमोचन करने के बाद दिये भाषण में राहुल गांधी द्वारा बीते सोमवार को लंदन में हाउस ऑफ पार्लियामेंट में दिये उस बयान की तीखी निंदा की, जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि भारतीय संसद में विपक्षी नेताओं के माइक्रोफोन बंद कर दिए जाते हैं।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा था कि यह कितना अजीब, कितना दुखद है कि दुनिया हमारी ऐतिहासिक उपलब्धियों और जीवंत लोकतंत्र को स्वीकार कर रही है। वहीं हममें से कुछ, जिनमें सांसद भी शामिल हैं। वो देश की लोकतांत्रिक मूल्यों को गिराने का काम रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “अगर मैं भारत के बाहर किसी सांसद के इस दुस्साहस पर अगर मैं शांत रहता हूं तो मैं गलत उदाहरण बनूंगा। संसद में माइक बंद कर देने वाले बयान को मैं कैसे सही ठहरा सकता हूं?” इस संबंध में बयान जारी करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “उपराष्ट्रपति, जो राज्यसभा के सभापति भी हैं। वो हम सभी के लिए संसद में किसी अंपायर, रेफरी, मित्र हैं, लेकिन वो सरकार के चीयरलीडर नहीं हो सकते हैं।