उत्तराखंड
उत्तराखंड में सत्ताधारी बीजेपी के निष्कासित किए गए पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत आज कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने हरीश रावतकी मौजदूगी में कांग्रेस का दामन थामा.

बता दें कि हरक सिंह रावत ने 2016 में हरीश रावत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार से बगावत की थी, वह अपने साथ उस समय नौ विधायक भी बीजेपी में लेकर गए थे जिसके इनाम में उन्हें भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था. हाल ही में बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था .

बीजेपी से निकाले जाने के बाद रावत ने घोषणा की थी कि अगले महीने हो रहे चुनाव में कांग्रेस की ही जीत होगी. वहीं इन कयासों के बीच हरीश रावत ने कहा था कि अगर हरक सिंह रावत अपनी कांग्रेस छोड़ने की गलती मान लेते हैं तो पार्टी उनका स्वागत करने के लिए तैयार है. जिसके बाद अब आज हरक ने पार्टी ज्वाइन कर ली है.

दरअसल मार्च 2016 में हरक स‍िंंह रावत अपनी ही सरकार से बगावत को लेकर खूब चर्चा में आए थे. तब हरक स‍िंंह रावत ने हरीश रावत की सरकार को ग‍िराने में महत्‍वपूर्ण भूम‍िका न‍िभाई. हालांक‍ि इसके बाद उन्हें विधासनसभा सदस्यता गवानीं पड़ी, लेक‍िन 2017 में चुनाव से पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए. 2017 के चुनाव में बीजेपी ने हरक स‍िंह रावत को कोटद्वार सीट से चुनाव लड़ाया. ज‍िसमें उनकी व‍िजय हुई और विधायक चुने गए. इसके बाद उन्‍हें उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया, लेक‍िन इस सरकार में वह कई बार कई मामलों को लेकर त्र‍िवेंद्र स‍ि‍ंंह सरकार से उलझते नजर आए.

वहीं पुष्‍कर स‍िंंह धामी के कार्यकाल में हरक स‍िंंह रावत ने कोटद्वार में मेड‍िकल कॉलेज को मान्‍यता नहीं द‍िए जाने के आरोप में कैबि‍नेट बैठक में ही अपना इस्‍तीफा सौंप द‍िया था जो बाद में वापस हो गया था. हालांकि इसके बाद अचानक पार्टी ने हरक को निकाल दिया.