उ0प्र0 की सांस्कृतिक विरासत अत्यन्त समृद्ध: सीएम योगी
पुरस्कार के रूप में प्राप्त ट्राॅफी और प्रशस्ति-पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा गया
लखनऊ: गणतंत्र दिवस-2021 के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित परेड में उत्तर प्रदेश द्वारा प्रस्तुत ‘अयोध्या: उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर’ विषयक झांकी को राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।
पुरस्कार के रूप में प्राप्त ट्राॅफी और प्रशस्ति-पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आज उनके सरकारी आवास पर सौंपा गया। मुख्यमंत्री को यह पुरस्कार अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल तथा सूचना निदेशक शिशिर ने सौंपा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि यह झांकी प्रदेश के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रस्तुत की गयी थी।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्तर का यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त करने पर उत्तर प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि हमारे प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत अत्यन्त समृद्ध है। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की असीमित सम्भावनाएं मौजूद हैं। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में पर्यटन आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में उत्तर प्रदेश की झांकी को प्राप्त प्रथम पुरस्कार से राज्य के सांस्कृतिक एवं धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा।
इससे पूर्व, केन्द्रीय युवा कार्य एवं खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरण रिजिजू ने आज नई दिल्ली में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल तथा सूचना निदेशक शिशिर को पुरस्कार के रूप में ट्राॅफी और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि झांकी को पहला स्थान मिलना हम सबके लिए हर्ष और गौरव की बात है। झांकी में प्रदेश की अत्यन्त सम्पन्न विरासत और संस्कृति की झलक दिखाई गयी है। इसमें अयोध्या में बनने वाले राम मन्दिर मॉडल के अलावा, रामायण के प्रमुख दृश्य और रामायण की रचना करते हुए महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा भी आकर्षण का केन्द्र रही। अन्य दृश्यों और संगीत के माध्यम से सामाजिक समरसता का संदेश देने की कोशिश की गई है।