• उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जाति की सूची में धंगड़ की जगह धाँगर दर्ज करे भारत सरकार

लखनऊ:
आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष, एस आर दारापुरी द्वारा प्रमुख सचिव समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग एवं सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली को अलग अलग प्रेषित पत्रों में उक्त मांग उठाई गई है।

प्रमुख सचिव समाज कल्याण, उत्तर प्रदेश को संबोधित पत्र में अंकित किया गया है कि 2019 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को अंग्रेजी में जाति प्रमाण पत्र निर्गत किये जाने का आदेश पारित किया गया था।

उपरोक्त शासनादेश के सम्बन्ध में पत्र में अंकित किया गया है कि उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जातियों की सूचि के क्रमांक 27 पर अंकित जाति का नाम अंग्रेजी में “DHANGAR” और हिंदी में “धन्गड़” अंकित है जोकि अधिकतर सोनभद्र जिले में रहती है. इसका यह अभिप्राय है कि यह जाति धन्गड़ है न कि धनगर जैसाकि अंग्रेजी के हिज्जों से लगता है. यह ज्ञात हुआ है पच्छिमी उत्तर की पाल/गडरिया ( पिछड़ी) जाति के कुछ लोग जो अपने आप को धनगर गोत्र का होने का दावा करते हैं, भी Dhangar के नाम से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करा रहे हैं. श्री दारापुरी ने आगे कहा है कि इस संबंध में इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि केवल अनुसूचित जाति के लोगों को ही अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी किया जाए परंतु पाल/गडरिया की धनगर गोत्र वाली उपजाति के कुछ लोग अभी भी गलत ढंग से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करा रहे हैं और चुनाव लड़ रहे हैं जिस पर तुरंत रोक लगाई जाए।

अतः शासन को प्रेषित पत्र में अनुरोध किया गया है कि वर्तमान शासनादेश के अनुपालन में अंग्रेजी में Dhangar जाति के नाम से जारी होने वाले जाति प्रमाण पत्र के सम्बन्ध में यह स्पष्ट कर दिया जाये कि यह केवल सोनभद्र में रहने वाली धन्गड़ जाति को ही देय है न कि पाल/गडरिया (पिछड़ी जाति) की धनगर गोत्र वाली उपजाति को। पत्र में इस सम्बन्ध में उच्च प्राथमिकता पर कार्रवाही करने का अनुरोध किया गया है ताकि वर्तमान शासनादेश का लाभ अपात्र लोग न उठा सकें और धन्गड़ जाति के लोगों के अधिकारों का और अधिक हनन न हो जोकि पहले ही सरकार की गलत एवं अवैधानिक नीतियों के कारण हो चुका है।

उपरोक्त के इलावा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग एवं सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली को प्रेषित एक अन्य पत्र में अवगत कराया गया है कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जाति की सूचि के क्रमांक 27 पर अंग्रेजी में ‘Dhangar’ और हिंदी में ‘धन्गड़’ अंकित किया गया है। इस सम्बन्ध में आगे अंकित किया गया है कि इस क्रमांक पर हिंदी में अंकित ‘धन्गड़’ नाम गलत है जबकि इस जाति का सही नाम धांगर है जोकि अधिकतर उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में रहती है. इस बात की पुष्टि 2001 की Series-1, Primary Census Abstract Scheduled Castes: Tables A-8 के पृष्ठ संख्या 382 की प्रतिलिपि पर उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जातियों की सूचि के क्रमांक 27 पर प्रविष्टी से भी की जा सकती है। इस तथा 2011 की जनगणना में इस जाति की जनगणना ‘धांगर’ के नाम से ही की गयी थी न कि ‘धन्गड़’ के नाम से।

श्री दारापुरी द्वारा प्रेषित पत्र में राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग एवं भारत सरकार से अनुरोध किया गया है कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जाति की सूचि के क्रमांक 27 पर अंग्रेजी में ‘Dhangar’ और हिंदी में ‘धन्गड़’ अंकित नाम को संशोधित कराकर हिंदी में ‘धांगर’ अंकित कराने की व्यवस्था करें ताकि धाँगर जाति के लोगों को सही नाम से जाति प्रमाण पत्र मिल सकें।