नेचर के सबसे करीब है यूनानी चिकित्सा पद्धति : प्रो0 बदरूद्दुजा
इरम यूनानी मेडिकल कालेज में 15 रोजा तालीमी प्रोग्राम जारी, पत्रकारों का हुआ सम्मान
लखनऊः
इरम यूनानी मेडिकल कालेज व हास्पिटल लखनऊ में नये सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्र छात्राओं को यूनानी चिकित्सा के प्रति विश्वास एवं उत्साह जगाने के उद्देश्य से 15 रोजा तरबियती प्रोग्राम चल रहा है. इस तरबियती प्रोग्राम के आज के सेशन में अजमल खां तिब्बिया कालेज, अलीगढ मस्लिम यूनिवर्सिटी, के नव नियुक्त प्रिंसिपल, प्रो0 बदरूद्दुजा खां, रिलीफ हास्पिटल, ट्रामा एण्ड क्रिटिकल सेन्टर के डायरेक्टर, डॉ0 मोहम्मद मुबश्शिर खां और फहमीना ग्रुप आफ मेडिको के सी0एम0डी0 डॉ0 सलमान खालिद ने लेक्चर दिए जो नए स्टूडेंट्स के लिए किसी पथप्रदर्शक से कम नहीं थे.
इस मौके पर प्रो0 बदरूद्दुजा ने अपने लेक्चर में स्टूडेंट्स कहा कि आप कभी भी यह सोचकर कि आप MBBS नहीं कर पाए, हीनभावना न रखे, आप जिस थिरेपी को पढ़ रहे हैं, खूब पढिये और मेहनत कीजिये। इस यूनानी विधा के मास्टर बनिए। यूनानी दुनिया की सबसे पुरानी थिरेपी है. न इसे कमतर समझिये और न अपने आपको। इंशाअल्लाह आपको कामयाबी ज़रूर मिलेगी।
डॉ0 सलमान खालिद, और डॉ0 मुबश्शिर खां ने स्टूडेंट्स को यूनानी चिकित्सा की अहमियत, जरूरत, और फायदों के बारे में बहुत विस्तार के साथ बताया। उन्होंने कहा कि मेहनत कीजिये ओैर एक अच्छे डाक्टर बन कर बिना किसी लालच के लोगों की सेवा कीजिये।
वहीँ संसथान के प्रिंसिपल प्रो0 अब्दुल हलीम ने कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति नेचर के सबसे करीब है. आप इलाज की जो पद्धति पढ़ रहे हैं उसपर भरोसा रखिये, उसे आगे बढ़ाने की कोशिश कीजिये। वैसे भी कहा गया है कि जो बीमारी जिस इलाके में पैदा होती है, क्रिएटर ऑफ़ वर्ल्ड उस इलाके के प्लांट्स में उसका इलाज भी रखता है, इसीलिए कहा गया है कि अपने इलाके की जड़ी बूटियों के द्वारा इंसान को अपना इलाज करना चाहिए।
प्रोग्राम का आगाजकुरआन की तिलावत से हुआ, इरम यूनानी मेडिकल कालेज की मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ0 शाजिया बेगम, और प्रिंसिपल ,प्रो0 अब्दुल हलीम ने तमाम मेहमानाने खुसूसी का गुलदस्ता पेश करके खैरमकदम किया। प्रोग्राम में मुख्तलिफ मीडिया प्लेटफॉर्म्स से वरिष्ठ पत्रकार तौकीर सिद्दीकी, डॉ0 हिमायत जायसी, जल्फिकार अली अशरफी, डॉ0 तारिक हुसैन, एजाज हुसैन, सैयद मोईन अल्वी, और मोहम्मद आरिफ नगरामी भी मौजूद थे।