भोपाल:
बीजेपी की फायरब्रांड नेता और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एक के बाद एक कई ट्वीट कर उमा भारती ने ‘जन-आशीर्वाद यात्रा’ में शामिल होने के लिए न बुलाए जाने पर गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने अब साफ कह दिया है कि अगर अब मुझे बुलाया भी गया तो मैं यात्रा में शामिल नहीं होऊंगी. उमा का ये बयान अब बीजेपी के गले की फांस बन गया है.

उमा भारती ने ट्वीट किया, ”मुझे जन आशीर्वाद यात्रा का निमंत्रण नहीं मिला. ये सच है कि मैंने ऐसा कहा है, लेकिन निमंत्रण मिले या न मिले, इससे मैं कम या ज्यादा नहीं हो जाती. हां, अगर अब निमंत्रण मिला है तो” , मैं कहीं नहीं जाऊंगा। मैं 25 सितंबर को समापन समारोह में भी शामिल नहीं होऊंगा।” हालांकि, उमा भारती ने एक अन्य ट्वीट में साफ कर दिया है कि मैं उन लोगों में से हूं जिनके खून-पसीने से बीजेपी बनी है.

उमा भारती ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पत्र को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने दो टूक कहा कि मैंने मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के बारे में केंद्र और राज्य के नेताओं से चर्चा जरूर की है, लेकिन मुझे कोई सूची बनाने की जरूरत नहीं है. भाजपा का हर प्रत्याशी मेरा है।

बता दें कि उमा भारती ने अपनी मां बेटी बाई के नाम पर ‘माता बेटी बाई कल्याण’ नामक संस्था बनाई है। संगठन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उमा भारती ने बीजेपी सरकार की व्यवस्थाओं पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हम सभी नेताओं, विधायकों, सांसदों, मंत्रियों, मुख्यमंत्री और सभी अधिकारियों को सरकारी अस्पताल में इलाज कराना चाहिए. उमा भारती ने यह भी कहा कि शादियों में फिजूलखर्ची और हमारे नेताओं का 5 स्टार होटलों में रुकना गलत है.