दिल्ली:
टीम इंडिया वर्ल्ड कप-2023 का फाइनल हार गई. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने उसे 6 विकेट से हराया. टीम इंडिया चौथी बार वर्ल्ड कप का फाइनल खेल रही थी, जिसमें से दो बार वो चैंपियन बनी है. टीम इंडिया आखिरी बार 2011 में वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जीती थी. वहीं, 10 साल से टीम इंडिया आईसीसी की कोई ट्रॉफी नहीं जीत पाई है. 2013 में आखिरी बार वो चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा की थी.

टीम इंडिया 5 महीने में दूसरी बार आईसीसी की ट्रॉफी जीतने से चूकी है. इसी साल जून में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उसे ऑस्ट्रेलिया ने ही हराया था. टीम इंडिया आईसीसी के टूर्नामेंट्स में सेमीफाइनल और फाइनल तक का तो सफर तय कर ले रही है, लेकिन चैंपियन बनने से चूक जा रही है.

टीम इंडिया को वर्ल्ड कप और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हराने में सबसे बड़ा रोल ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड का रहा. हेड ने वर्ल्ड कप के फाइनल में शतकीय पारी खेली. उन्होंने 120 गेंदों में 137 रन बनाए. हेड ने मार्नस लाबुशेन के साथ चौथे विकेट के लिए 192 रनों की साझेदारी की.

हेड ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी शतकीय पारी खेली थी. उन्होंने टेस्ट मैच की पहली पारी में 163 रन बनाए थे. हेड की इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया मुकाबले को 209 रनों से जीतने में सफल रही थी. हेड को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला था. हेड टीम इंडिया के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं. उन्होंने टीम इंडिया को दो ट्रॉफी से दूर कर दिया.

ट्रेविस हेड वर्ल्ड कप फाइनल के बाद कहा, कितना शानदार दिन, इसका हिस्सा होकर रोमांचित हूं. मैं थोड़ा नर्वस था लेकिन मार्नस शानदार तरीके से खेला और उसने पूरा दबाव खत्म कर दिया. मुझे लगता है कि मिचेल मार्श ने मैच की लय तय कर दी. हेड विश्व कप से पहले चोटिल थे. उन्होंने कप्तान के टॉस जीतकर गेंदबाजी करने के फैसले की प्रशंसा करते हुए कहा, पहले गेंदबाजी का फैसला शानदार था और जैसे जैसे मैच आगे बढ़ा, विकेट बेहतर हो गया. इससे फायदा मिला.