इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज में “ट्रांज़ीशनल करिकुलम” क्लासेस शुरू
लखनऊ
इरम एजुकेशनल सोसाइटी, लखनऊ की चिकित्सा शिक्षा शाखा “इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज, लखनऊ में वर्तमान वर्ष 2024 में प्रवेश लेने वाले छात्रों का स्वागत करने , उन्हें यूनानी चिकित्सा के महत्व और उपयोगिता से अवगत कराने , उनके मन एवं उनके पाक्षिक प्रशिक्षण कक्षाओं को प्रबुद्ध करने के लिए तथा अव्यक्त क्षमताओं को विकसित करने और उन्हें यूनानी चिकित्सा शिक्षा पद्धति से संबंधित एनसीआईएसएम, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी और लागू किए गए सभी नियमों तथा विनियमों से अवगत कराने के लिए आज एक स्वागत समारोह के रूप में औपचारिक शुरुआत की गई।
कार्यक्रम के अध्यक्ष सोसाइटी के प्रबंधक डॉ. ख्वाजा सैयद मोहम्मद बज्मी यूनुस, मुख्य अतिथि डॉ. अब्बास अली मेहदी, कुलपति एरा मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ, विशिष्ट अतिथि प्रो. जमाल अख्तर, निदेशक, यूनानी सेवाएं, उत्तर प्रदेश, विशिष्ट अतिथि इंजीनियर ख्वाजा सैयद मोहम्मद सफ़ी यूनुस सचिव इरम एजुकेशनल सोसाइटी एवं इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज की निदेशक डॉ. शाज़िया बेगम तथा नए छात्रों और उनके अभिभावकों की उपस्थिति में, हकीम अजमल खान सेमिनार हॉल में प्रातः 11:00 बजे, डॉ. मुहम्मद मुज़म्मल की मधुर आवाज में क़ुरआन पाक के पाठ से समारोह का शुभारंभ हुआ , तत्पश्चात परंपरा के अनुसार छात्रों ने तराना इरम प्रस्तुत किया।
मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मुहम्मद आरिफ इस्लाही के संचालन में कार्यक्रम के औपचारिक प्रारंभ से पूर्व अतिथियों का गुलदस्ता, शॉल और मोमेंटो देकर स्वागत किया गया। कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अब्दुल हलीम कासमी के स्वागत एवं उद्घाटनीय भाषण के बाद, सचिव ख्वाजा सैयद मोहम्मद सफी यूनुस ने विशेष रूप से ट्रांज़ीशनल करिकुलम के महत्व पर एक विद्वतापूर्ण और दार्शनिक चर्चा की, जिसमें ऐतिहासिक संदर्भ में इसकी वास्तविकता और वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता को स्पष्ट किया तथा इसकी आवश्यकता को समझने पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जमाल अख्तर ने इरम यूनानी मेडिकल कॉलेज को भारत के अग्रणी यूनानी चिकित्सा संस्थानों में शामिल होने पर बधाई दी और छात्रों को कॉलेज में उपलब्ध सभी सुविधाओं का पूरा उपयोग करने और भविष्य में खुद को बेहतर बनाने की सलाह दी।
अपनी बहुमूल्य उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे वैज्ञानिक क्षेत्र में वैश्विक ख्याति प्राप्त मुख्य अतिथि डॉ. अब्बास अली मेहदी, कुलपति, इरा मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ, ने छात्रों को संबोधित करते हुए विशेष रूप से उन्हें अपने विचारों को सकारात्मक बनाने एवं अपने अंदर से नकारात्मक विचारों और भावनाओं को दूर रखने की सलाह दी।
कार्यक्रम की समाप्ति से पूर्व प्राचार्य प्रो. अब्दुल हलीम क़ासमी ने छात्रों और उनके माता-पिता और अभिभावकों को कॉलेज एवं एनसीआईएसएम के नियमों/ विनियमों की संक्षिप्त जानकारी देते हुए उनके अनुपालन का अनुरोध किया, उन्होंने आश्वासन दिया कि छात्रों की बेहतर शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए यथासंभव कॉलेज अपनी सर्वश्रेष्ठ भूमिका निभाएगा ।
समारोह का समापन प्रोफेसर ज़ुबैर अहमद खान के धन्यवाद शब्दों के साथ हुआ। ज्ञात हो कि उपरोक्त प्रशिक्षण कक्षाएं अगले पंद्रह दिनों तक जारी रहेंगी, जिसमें चिकित्सा जगत एवं अन्य शैक्षणिक क्षेत्रों के विशेषज्ञों के महत्वपूर्ण भाषण होंगे।