Tourism: CM योगी ने धामी को सौंपी अलकनन्दा पर्यटक आवास गृह की चाबी
हरिद्वार में भागीरथी पर्यटक आवास गृह का किया लोकार्पण
टीम इंस्टेंटखबर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज हरिद्वार में भागीरथी पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण किया और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अलकनन्दा पर्यटक आवास गृह की चाबी सौंपी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश राज्य एवं उत्तराखण्ड राज्य की सामूहिक पहल का परिणाम है। आज दोनों राज्य मिलकर समाधान के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। लोकतांत्रिक रूप से चुनी गयी सरकारों का यह धर्म है कि वह अपनी समस्याओं का समाधान संवाद के माध्यम से करते हुए लोगों के समक्ष एक उत्कृष्ट उदाहरण रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन का क्षेत्र कृषि क्षेत्र के बाद सबसे ज्यादा रोजगार प्रदान करने वाला क्षेत्र बन सकता है। सेवा क्षेत्र में अपार सम्भावनाएं विद्यमान हैं। देश के महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हमारी आस्था को पवित्र बनाने के साथ-साथ राष्ट्रीय एकात्मता को बढ़ाने के केन्द्र भी हैं। हमारे इन तीर्थस्थलों से ही राष्ट्रीय एकात्मता को ऊर्जा एवं तेज प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि मां गंगा भारत की जीवनधारा की आत्मा हैं और भागीरथी व अलकनन्दा के मिलने से गंगा बनती है। गंगा जी भारत की जीवनधारा हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है, जो देश को अपनी आध्यात्मिक शक्ति से आकर्षित करती है। देश और दुनिया में बसा हर भारतीय यहां के पवित्र तीर्थाें का आशीर्वाद एवं हर की पौड़ी में स्नान का पुण्य प्राप्त करना चाहते हैं। उत्तराखण्ड में आध्यात्मिक पर्यटन एवं प्राकृतिक पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का विकास सभी को मिलकर करना होगा। हम भले ही भिन्न-भिन्न राज्यों के निवासी हैं, लेकिन भावनाएं एक हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं का आगमन होता है और मुख्य पर्वाें एवं त्योहारों पर श्रद्धालुओं की यह संख्या 5 से 7 लाख तक होती है। आज वहां एक साथ 50 हजार श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर सकते हैं। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मन्दिर के निर्माण के साथ ही आज अयोध्या पूरी दुनिया में सबसे सुन्दर एवं आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित हो रही है। प्रदेश के अन्य पवित्र तीर्थस्थलों-गोकुल, बरसाना, शुकतीर्थ, नैमिषारण्य, चित्रकूट, विंध्यवासिनी धाम, महर्षि वाल्मीकि की स्थली लालापुर, तुलसीदास जी की स्थली राजापुर में विभिन्न पर्यटन विकास के कार्य किये जा रहे हैं। साथ ही, बौद्ध, जैन एवं सिख तीर्थस्थलों के विकास के लिए भी कार्य प्रगति पर हैं।