Tokyo Olympic: हारकर भी हीरो बने दहिया, जीता रजत पदक
दीपक पुनिया, विनेश फोगाट, अंशु मलिक ने किया निराश
अदनान
टोक्यो ओलंपिक में भारत को सोना दिलाने की चाह में मैट पर उतरे भारतीय पहलवान रवि दहिया को को हार का मुंह देखना पड़ा. फाइनल में रवि दहिया को ROC जावुर युगुएव ने 7-4 से अंकों के आधार पर हरा दिया, दहिया को रजत पदक से संतोष करना पड़ा है।
वहीँ भारत के पहलवान दीपक पूनिया (86 किग्रा) कांस्य पदक के मुकाबले में छोटे से देश सैन मैरिनो के नज्म माइलेस अमीन से 2-4 से हार गये।
जावुर युगुएव दो बार के विश्व चैंपियन हैं। उन्होंने पहले राउंड से ही मुकाबले में अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी। पहले राउंड में जवुर ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 4-2 की बढ़त बना ली थी। हालांकि रवि ने प्रयास किए और उन्हें कड़ी टक्कर देने की कोशिश की लेकिन वे बढ़त को कम करने में सफल नहीं हो सके।
दूसरे राउंड में भी मुकाबले में रूसी पहलवान रवि पर भारी पड़े। रवि दहिया की मुश्किलें धीरे-धीरे बढ़ती गई और वे 4-7 से टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में हार गए। हालांकि इस बार के बाद भी वे सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहे हैं। इससे पहले भारतीय पहलवान सुशील कुमार ने 2012 के ओलंपिक के फाइनल में पहुंचे थे। सुशील भी फाइनल मुकाबला हार गए थे और उन्हें भी रजत से ही संतोष करना पड़ा था।
दूसरी ओर भारत की दिग्गज महिला रेसलर विनेश फोगाट महिलाओं की 53 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के क्वार्टर फाइनल में पहलवान वानेसा कलद़िनस्काया से हार का सामना करना पड़ा है.
विनेश के इस प्रदर्शन से उनके चाचा महावीर सिंह फोगाट निराश हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने विनेश की आज तक इतनी खराब फाइट नहीं देखी. ऐसा लगा कि उसने ज्यादा कोशिश नहीं की.
भारतीय महिला रेसलर अंशु मलिक को महिलाओं के फ्रीस्टाइल 57 किग्रा के रेपेचेज राउंड में हार का सामना करना पड़ा है. अंशु मलिक का सफर ओलंपिक में समाप्त हो गया है.