मास्टर सय्यद फखरे आलम को हजारों लोगों ने नम आंखों से दी विदाई
बड़े बेटे मौलाना ताैहीद आलम नदवी ने पढ़ाई नमाज़ जनाजा
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी
फतेहपुर बाराबंकी। कस्बा फतेहपुर के तबलीगी जमात के जिम्मेदार एवं मदरसा जियाउल इस्लाम से रिटायर्ड मास्टर सय्यद फखरे आलम का आज सुबह लखनऊ के हॉस्पिटल मे इंतिक़ाल हो गया। जिनकी नमाज़ जनाजा ईदगाह मे अदा की गई।
मास्टर फखरे आलम की शख्सियत का ही कमाल था कि उनके आखिरी सफर मे कस्बा एवं दूर दराज से आए हजारों लोगों ने नम आंखों से शिरकत की। मरहूम इतना व्यवहार कुशल थे कि बच्चे बूढ़े जवान यहां तक कि कस्बे की मुस्लिम औरते भी उनकी बेपनाह इज्जत करती थी। मरहूम ने अपनी पूरी जिंदगी दीन के लिए वक्फ की हुई थी। पिछले काफी अरसे से मरहूम बीमार थे जिनका लखनऊ मे इलाज चल रहा था आज सुबह मरहूम ने दुनियां ए फ़ानी को अलविदा कहा। मरहूम नियमतगंज टिकैतनगर के करीब मगराउंडा गांव के रहने वाले थे,मदरसा जियाउल इस्लाम मे नौकरी पाने के बाद कस्बा फतेहपुर मे दीन के प्रचार प्रसार और लगाव के कारण यही के निवासी बन गए। मरहूम अपने पीछे परिवार मे पत्नी 6 लड़की और 8 लड़के छोड़ गए है। नमाज़ जनाजा मरहूम के बड़े बेटे मौलाना ताैहीद आलम नदवी ने पढ़ाई।
इस मौके पर मुख्यरूप से निजामुद्दीन मरकज दिल्ली के मौलाना मो शरीफ,मुफ्ती मो जहीरुल इस्लाम,नगर पंचायत फतेहपुर चेयरमैन इरशाद अहमद कमर,बेलहरा नगर पंचायत चेयरपर्सन प्रतिनिधि अयाज खां,पूर्व चेयरमैन मो मशकूर,व्यापार मंडल जिला उपाध्यक्ष निजामुद्दीन,पूर्व जिला पंचायत सदस्य नसीम गुड्डू,राहिल सभासद,सपा नगर अध्यक्ष जफरूल इस्लाम पप्पू,पूर्व सभासद खलीक अहमद पप्पू एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।