दुनिया के सामने कोरोना की सच्चाई लाने वाले डॉक्टर की विधवा ने दिया बच्चे को जन्म
नई दिल्ली: पिछले साल कोरोना वायरस का खुलासा करने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग की विधवा ने बच्चे ने को जन्म दिया है। फरवरी 2020 को ली वेनलियांग की कोरोना वायरस से मौत हो गई थी। उनकी पत्नी फू शुजेई उस समय प्रेग्नेंट थीं। यह उनका दूसरा बच्चा है। फू शुजेई ने वीचैट पर अपने बच्चे की तस्वीर साझा की और उसे अपने दिवंगत पति का ‘अंतिम उपहार’ बताया।
7 फरवरी को हुई थी मौत
चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के बारे में चेतावनी देने वाले ली वेनलियांग की मौत 7 फरवरी को हुई थी। वेनलियांग ने कोरोना महामारी की जानकारी जब दी थी तब पुलिस ने उनका उत्पीड़न किया था। 34 वर्षीय वेनलियांग ने अन्य डॉक्टरों को महामारी के बारे में चेतावनी देने की कोशिश की थी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें अफवाह फैलाने के आरोप में उत्पीड़ित किया था।
सबसे पहले दी थी जानकारी
ली पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पिछले साल दिसंबर में वुहान में कोरोना वायरस के सामने आने की जानकारी दी थी। वेनलियांग ने अपने चिकित्सा महाविद्यालय के साथियों को चीनी मैसेजिंग ऐप वीचैट पर बताया था कि स्थानीय सी फूड बाजार से आए सात मरीजों का सार्स जैसे संक्रमण का इलाज किया जा रहा है और उन्हें अस्पताल के पृथक वार्ड में रखा गया है। उन्होंने बताया कि परीक्षण में साफ हुआ है कि यह विषाणु कोरोना वायरस समूह का है। इसी समूह के सिवियर एक्यूट रेस्पीरेटरी सिंड्रोम (सार्स) विषाणु भी है जिसकी वजह से 2003 में चीन एवं पुरी दुनिया में 800 लोगों की मौत हुई थी।
पुलिस ने किया था प्रताड़ित
वेनलियांग ने अपने दोस्तों को कहा कि वे अपने परिजनों को निजी तौर पर इससे सतर्क रहने को कहें। हालांकि, यह संदेश कुछ घंटे में ही वायरल हो गया और पुलिस ने उन्हें अफवाह फैलाने वाला करार देकर प्रताड़ित किया था।
सरकार ने मानी थी ग़लती
उनकी मौत के बाद बड़े पैमाने पर चीन में लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी को गलती का एहसास हुआ था। पिछले महीने सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की अनुशासन मामलों की समिति का कहना है कि डॉक्टर ली वेनलियांग के मामले में उनसे गलती हुई। इसके साथ ही डॉ. ली वेनलियांग को चेतावनी देने वाले दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात भी कही गई है।