नेकदिल और गरीब परवर थे शायर डॉ तौसीफ सिद्दीकी: मौलाना साबिर कासमी
तहसील फ़तेहपुर:
जमीयतुल उलमा हिन्द जिला बाराबंकी इकाई के नायब सदर शाकिर हसनी बहलीमी की रिहाइशगाह पर हुई तजियाती नशिस्त मे डॉक्टर तौसीफ फतेहपुरी को खिराजे अक़ीदत पेश की गई।
तजियाती नशिस्त की सदारत मौलाना साबिर कासमी ने की व निज़ामत मास्टर अहमद सईद हर्फ ने की। सदारत कर रहे मौलाना साबिर कासमी ने कहा कि मरहूम डॉक्टर तौसीफ बहुत ही नेकदिल और साफगो इंसान थे वो बेहतरीन शायर थे और बहुत गरीब परवर थे सभी की मदद करने की कोशिश करते थे।
सहाफी जावेद अख़्तर ने अपने ख्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि डॉक्टर तौसीफ और मेरे ताल्लुकात बहुत गहरे थे वो हमेशा सच्चाई का साथ देते थे।
सीनियर शायर फारूक राही सिद्दीकी ने कहा मरहूम बहुत ही खुशमिजाज तबियत के थे और बहुत सब्र करने वाले इंसान थे अपनी बीमारी और परेशानी को चेहरे से जाहिर नही होने देते थे।
इस मौके पर हाफिज अब्दुल हाइ,जमीयतुल उलेमा हिन्द के जिला नायब सदर शाकिर हसनी बहलीमी,अंजुमन मुस्लिम आना फंड के नायब सेक्रेटरी अहमद सईद,अकबर अली मंसूरी ने भी अपने खयालात का इज़हार किया।
आखिर मे मरहूम डॉक्टर तौसीफ की मग़फ़िरत के लिए दुआ की गई। इस मौके पर सहाफी निशात मंसूरी,जाबिर अली, फ़हीम सिद्दीकी, हसीब यावर, हाफिज गुफरान, हाफिज जी व तमाम लोग मौजूद रहे।