राजस्थान के उदयपुर में अपने सहपाठी को चाकू मारने का आरोपी लड़का जिस घर में रहता है, शनिवार को अधिकारियों ने उसे बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया. उदयपुर जिला प्रशासन ने आरोपी के परिवार को अपना सामान हटाने की अनुमति देने के बाद खांजीपीर की दीवानशाह कॉलोनी में स्थित घर में तोड़फोड़ की. बाद में पता चला कि आरोपी अपने परिवार के साथ उस घर में किराए पर रह रहा था. अब इस एक्शन के बाद उदयपुर प्रशासन सवालों के घेरे में है. लोगों का कहना है कि आरोपी पर कार्रवाई करने की बजाय, बेकसूर पर कार्रवाई की गई और उसका घर गिरा दिया गया.

भारी पुलिस कर्मियों और जिला प्रशासन की मौजूदगी के बीच घर पर बुलडोजर चलाया गया. स्थानीय लोगों की पुलिस कर्मियों के साथ हल्की झड़प हो गई. लोग घर के बाहर इकट्ठे थे और कह रहे थे कि आरोपी यहां किराये पर रह रहा था, इसमें उसके मकान मालिक की क्या गलती. पुलिस कर्मियों ने लोगों से घर के बाहर का क्षेत्र खाली करने के लिए कहा,​ जिसके बाद कहासुनी हुई. जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण बताकर घर को तोड़ दिया. उदयपुर कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता है कि बच्चे को उचित इलाज मिले…बच्चे की हालत में सुधार है…मेरा सभी से अनुरोध है कि अफवाहें न फैलाएं. आरोपी को यह पता लगाने के लिए हिरासत में लिया गया है कि उसे अवैध हथियार कहां से मिले.’

आरोपी 10वीं का छात्र है. उसने कथित तौर पर शुक्रवार को जिले के एक सरकारी स्कूल में अपने एक साथी छात्र को चाकू मार दिया, जिससे मधुबन क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया. जांच जारी रहने के बाद पुलिस ने छात्र को हिरासत में ले लिया है. चाकूबाजी की इस घटना के विरोध में लोगों की भीड़ मधुबन इलाके में इकट्ठी हुई और एक गैरेज में खड़ी कम से कम तीन कारों में आग लगा दी और पथराव किया. अधिकारियों ने बताया कि दो समुदायों के बीच बढ़ते तनाव के बीच उदयपुर में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है. स्थिति तनावपूर्ण होने के चलते शहर में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (पूर्व में सीआरपीसी की धारा 144) लागू कर दी गई है. घायल छात्र आईसीयू में भर्ती है और फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

छात्र पर चाकू से जानलेवा हमले के बाद उदयपुर के लोगों में भारी आक्रोश है. उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा और कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने कल प्रशासन से आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की थी. आरोपी जिस मकान में रहता था, उदयपुर विकास प्राधिकरण ने उसकी जांच की. यूडीए ने मछरा मगरा क्षेत्र में मकान को पहाड़ी पर अवैध रूप से बना पाया. यहां और भी घर स्थित हैं. उदयपुर जिला प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि एक तो उसने उस मकान पर बुलडोजर चला दिया, जो आरोपी का था ही नहीं और दूसरा यह कि अगर मकान अवैध निर्माण था तो अन्य मकानों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलाया गया.

बताया जाता है कि दोनों छात्रों के बीच कई दिनों से विवाद चल रहा था. इसको लेकर दोनों के बीच गाली-गलौच भी हुई थी. हालांकि, इसकी जानकारी शिक्षकों को नहीं थी. शुक्रवार की सुबह आरोपी छात्र बैग में चाकू लेकर पहुंचा और अपने सहपाठी पर हमला कर दिया, जिससे उसका विवाद चल रहा था. शिक्षकों ने बताया कि दोनों छात्र पढ़ाई में ठीक थे. दोनों के बीच किस बात को लेकर विवाद हुआ, इसको लेकर ज्यादा जानकारी नहीं है. इस घटना के बाद उग्र भीड़ सड़कों पर उतर आई और वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी. स्थिति को काबू में करने के लिए कई थानों की पुलिस इलाके में बुलाई गई. प्रशासन ने एहतियातन शुक्रवार की रात 10 बजे से शनिवार रात 10 बजे तक, 24 घंटे के लिए इंटरनेट सर्विस पर पाबंदी लगा दी.