फिल्म की आलोचना करने वाले आतंकवाद के साथ: सवालों से झुंझलाये ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक
तौक़ीर सिद्दीक़ी
बस यही बाकी रह गया था, ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने आज लखनऊ में एक तरह से फ़तवा जारी कर दिया, जिसमें उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि लाइन लगाकर फिल्म देखने वाले मानवतावादी हैं और फिल्म की आलोचना (जो उनकी नज़र में दुष्प्रचार है) करने वाले आतंकवाद के समर्थक हैं।
दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज इस विवादित फिल्म के प्रमोशन और फिल्म को टैक्स फ्री किये जाने पर योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा करने फिल्म के निर्देशक, प्रोड्यूसर और मुख्य किरदार निभाने वाले अनुपम खेर और पल्लवी जोशी पहुंचे थे. इस दौरान आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में फिल्म के निर्देशक ने यह विवादित बयान दिया।
विवेक अग्निहोत्री के मुताबिक फिल्म में कोई विवाद नहीं है लेकिन जिन लोगों ने कश्मीर को व्यवसाय समझ रखा है, इस फिल्म की वजह से उनकी दुकाने बंद हो रही हैं इसलिए इस तरह का विवाद खड़ा किया जा रहा है.
निर्देशक महोदय इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने फिल्म की आलोचना करने वालों को आतंकवाद का समर्थक तक कह डाला, उनके मुताबिक जो लोग लाइन में लगकर फिल्म देख रहे हैं वह मानवतावादी हैं.
फिल्म में आधा सच दिखाए जाने के आरोपों पर विवेक अग्निहोत्री ने बस इतना कहा कि आधे सच के बारे में बोलने का हक उसी को है जो पूरा सच जानता हो. वहीँ अग्निहोत्री का साथ देते हुए पल्ल्वी जोशी ने कहा कि फिल्म में हर बात सच है.
अग्निहोत्री ने इस बात को भी मानने से इंकार कर दिया कि विवाद की वजह से फिल्म हिट हुई है. उनके मुताबिक लोग कश्मीर नरसंहार का सच जानने के लिए फिल्म देखने के लिए उमड़े हैं.
हालाँकि फिल्म की कमाई सौ करोड़ के पार पहुँच चुकी है लेकिन जब उनसे यह सवाल किया गया कि फिल्म की कमाई का कुछ हिस्सा कश्मीरी पंडितों को भी देंगे? इस सवाल पर अग्निहोत्री ने बड़ा ही हास्यास्पद जवाब दिया और कहा कि कमाई तो हो?
विवेक अग्निहोत्री इस दौरान पत्रकारों के सवालों पर कई बार अपना विवके भी खोते नज़र आये और मीडिया को ही सवालों के घेरे में खड़ा करने लगे. पत्रकार वार्ता में यह साफ़ तौर पर नज़र आया कि चुभते सवालों का उनके पास कोई जवाब नहीं था और शायद यही वजह रही कि वह एक तरह से प्रेस कांफ्रेंस अधूरी छोड़ कर चले गए. लखनऊ में होने पर भी अनुपम खेर प्रेस कांफ्रेंस में नहीं दिखे, यह भी पत्रकारों के दरमियान अपने आप में एक सवाल रहा.
इससे पहले फिल्म की टीम ने पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की.