देश की तरक्की में महिलाओं के योगदान नही भुलाया जा सकता: उरुसा राणा
- कहा, भाजपा की लचर व्यवस्था से महिलाए प्रदेश मे सर्वाधिक प्रताड़ित
- प्रदेश मे लगातार बढ़ रही महिला अपराध की वारदातें
रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच। महिला शक्तिकरण दिवस के मौके पर महिला कांग्रेस द्वारा नगर क्षेत्र के के0डी0 पैलेस में महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मशहूर शायर मुन्नवर राणा की बेटी महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष उरूसा राणा रहीं। जबकि विशिष्ट अतिथि कांग्रेस जिलाध्यक्ष इं0 जय प्रकाश मिश्र ‘जे.पी.’ रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला जिलाध्यक्ष मनु देवी ने की। जबकि मुख्य वक्ता महिला कांग्रेस नेत्री रेहाना अंजुम रही।
इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष उरुसा राणा ने कहा कि देश की तरक्की में महिलाओं का अहम योगदान रहा है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होने कहा कि समाज के प्रत्येक वर्ग मे महिलाओ ने अपना परचम लहराकर साबित कर दिया है कि नारी किसी भी क्षेत्र व कार्य मे पीछे नही है। शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, न्याय, राजनीति समेत सभी क्षेत्रों मे कार्य करने वाली महिलाओ का लोहा आज पूरा विश्व मान रहा है।
उन्होने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, बलात्कार, हत्याओ की वारदाते दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है जबकि प्रदेश की भाजपा सरकार बहरी और गूंगी हो चुकी है। महिला व बालिकाओ की सुरक्षा व सम्मान की दिखावा करने वाली भाजपा सरकार की लचर व्यवस्था की वजह से आज महिला वर्ग प्रदेश मे सर्वाधिक प्रताड़ित है। कार्यक्रम मे पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओ ने प्रदेश महिला उपाध्यक्ष का गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम में शेख जकरिया शेखू, मुकुन्दजी शेरा, हाजी महफूज, अमरनाथ शुक्ला, विनय सिंह, शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष नूरी, गीता श्रीवास्तव, मुबारक अली, राघवेंद्र द्विवेदी, इंदू सिंह, कमला सोनी समेत काफी संख्या मे कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ग़ाज़ी मियां की चादरपोशी कर मांगी अमन-ओ-चेन की दुआ
महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष उरुसा राणा ने कांग्रेस पदाधिकारियो के साथ सैय्यद मसूद गाजी की दरगाह पर जाकर चादर चढ़ाई और देश व प्रदेश मे अमन-ओ-चेन की दुआ मांगी। चादरपोशी के उपरान्त उन्होने कहा कि गाजी मिया की दरगाह साम्प्रदायिक एकता व सौहार्द की प्रतीक है। गाजी मियां की मजार पर चादर पोशी कर उन्हें दिली सुकून महसूस हुआ।