उइगर मुसलमानों के लिए थाईलैंड भी नरक से कम नहीं
बैंकॉक:
चीन से अपनी जान बचाकर लगभग 50 से अधिक उइगर मुसलमान अब थाई हिरासत में जेल की सजा काट रह हैं। जानकारी के मुताबिक जेल में बेहद खराब हालत में रह रहे उइगर जेल बंदियों को चीन वापसी का भय भी बना हुआ है। चीन के शिनजियांग में 90 के दशक में चीनी प्रशासन द्वारा उइगर मुसलमानों के खिलाफ कई गंभीर मानवाधिकारों हनन का आरोप लगे थे, जिसे अमेरिका द्वारा मुस्लिम अल्पसंख्यकों का “नरसंहार” करार दिया गया था।
वहीं सयुक्त राष्ट्र द्वारा बीते अगस्त में उइगर मुसलमानों से संबंधित एक रिपोर्ट में बताया गया कि चीन में व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र के नाम पर बड़े पैमाने पर उइगरों को हिरासत में लेकर उन्हें यातना दिया जाता है और उनसे जबरन श्रम करवाया जाता है।
अमेरिकी पर्यवेक्षकों का कहना है इस कारण बीते कुछ वर्षों में कई उइगर मुसलमान अपनी जान बचाकर चीन से भाग गए थे। इनमें से कुछ म्यांमार होते हुए थाईलैंड पहुंचे। लेकिन वहां दर्जनों लोग नजरबंदी में फंस गए हैं। साल 2013 और साल 2014 में गिरफ्तार किए गए उइगरों मुसलमानों के एक समूह को इस समय थाईलैंड के आव्रजन केंद्रों में रखा गया है, जहां अधिकारी उनके बारे में विचार कर रहे हैं।
इस संबंध में अमेरिकी सिनेटर का कहना है कि थाइलैंड में उन बंदियों का कहां रखा गया है। इसकी सटीक जानकारी उनके पास नहीं है और न ही ठीक तरह से उनकी संख्या का अंदाजा लगाया सकता है। इस संबंध में थाई अधिकार संगठनों का कहना है कि कुल 52 उइगर मुसलमान बंदी है, जबकि अमेरिकी सिनेटर का कहना है कि उनकी संख्या 59 हो सकती है।