आतंकवादी संगठन इस्लाम दुश्मन ताक़तों के पिट्ठू हैं: मौलाना कल्बे जवाद
अफ़ग़ानिस्तान में शिया मस्जिद पर हमले की इमामे जुमा ने की निंदा
लखनऊ ब्यूरो
अफ़्ग़ानिस्तान के सूबे क़न्दुज़ के ख़ानआबाद बंदरगाह के इलाक़े में मौजूद शिया जामा मस्जिद में हुए बम धमाके की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मजलिसे-ए-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव , इमामे जुमा मौलाना सै० कल्बे जवाद नक़वी ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान में शियों के नरसंहार की वारदाते बढ़ती जा रही है। नमाज़े जुमा के दौरान मस्जिद पर हमला करके बेगुन्हा नमाज़ियों को शहीद करना इस बात की निशानी है कि आतंकवादी संगठन इस्लाम दुश्मन ताक़तों के पिट्ठू है जिन्हे इस्लामी लिबादे में इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम करने के लिए तैयार किया गया है। मौलाना ने कहा कि कोई भी मुसलमान मस्जिद पर हमला नहीं कर सकता। हमला करने वाले आतंकवादी संगठनों ने औपनिवेशिक शक्तियों की कोख ने जन्म लिया है जिन्हे मुसलमानों का नरसंहार करने का काम सौंपा गया है। उनके ख़िलाफ तमाम इंसाफ पसंद मुसलमान देशों और अम्न पसंद दुनिया को एकजुट होना होगा।
मौलाना ने धमाके में शहीद हुए नमाज़ियों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी ख़िदमत में ताज़ियत पेश की। मौलाना ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान में इस समय ISIS जैसा आतंकी संगठन सक्रिय है, जो इस्लाम और मुसलमानों का खुला दुश्मन है। अगर अफ़्ग़ानिस्तान सरकार ख़ुद को शियों का हमदर्द ज़ाहिर करती हैं ,तो उन्हें मुजरिमों के ख़िलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मौलाना ने कहा कि अफ़्ग़ानिस्तान की ज़मीनी सूरते हाल दिन बा दिन ख़राब होती जा रही है। सत्ता परिवर्तन के साथ ही आतंकवादी समूह सक्रिय हो गए हैं, उन पर अंकुश लगाने की ज़रुरत है।
मौलाना ने कहा कि हम भारतीय मुसलमान अफ़्ग़ानिस्तान के मज़लूमो के साथ है और ज़ालिमों के ख़िलाफ उनके हामी हैं। हम शहीदों के परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त करते हैं और उनके ग़म में बराबर के शरीक हैं।