हेडिंग्ले टेस्ट में टीम इंडिया की शर्मनाक शिकस्त
इंग्लैंड ने पारी और 76 रनों से हराया, रॉबिंसन के आगे भारतीय बल्लेबाज़ों ने घुटने टेके
अदनान
हेडिंग्ले पर इंग्लैंड ने भारत को पारी और 76 रनों की शर्मनाक शिकस्त देकर पांच मैचों की टेस्ट श्रंखला 1-1 से बराबर कर ली. मैच के तीसरे दिन इंग्लिश गेंदबाज़ों के छक्के छुड़ाने वाले टीम इंडिया के शेर बल्लेबाज़ चौथे दिन लंच से पहले ही ढेर हो गए. ऑली रॉबिन्सन एक बार फिर भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए काल साबित हुए, रॉबिंसन ने श्रंखला दूसरी बार पारी में पांच विकेट हासिल किये।
तीसरे दिन विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा की जोड़ी ने बढ़िया बल्लेबाज़ी की थी लेकिन वह आज दूसरी नई गेंद के सामने उसे जारी नहीं रख पाए। पहले पुजारा जिस गेंद को खेलना था उसे छोड़ गए और पगबाधा हुए। फिर विराट कोहली ने पचासा पूरा किया लेकिन ऑफ स्टंप के बाहर की जिस गेंद को छोड़ना था उसे खेल गए और स्लिप में कैच आउट हुए।
जिस गेंदबाज़ी के सामने सेट बल्लेबाज़ नहीं टिक पाए वहां नए बल्लेबाज़ों को दिक्कत तो आनी ही थी। हालांकि रहाणे और पंत दोनों ने शरीर से दूर की गेंदों को खेला और अपना विकेट गंवाया। जाडेजा ने अंत में कुछ बडे़े शॉट्स ज़रूर खेले पर वह भी बाहरी किनारे पर आउट हुए और आख़िरी विकेट लेकर ओवर्टन ने इस जीत पर मुहर लगा दी।
गेंदबाज़ों की बात करे तो इंग्लैंड के लिए पांच विकेट लेकर ऑली रॉबिन्सन ने सबसे बढ़िया गेंदबाज़ी की। दूसरी नई गेंद के साथ तो उन्होंने आग बरसाना शुरू किया और लगातार ओवर किए। अपना लंबा स्पेल उन्होंने पांचवीं विकेट लेने के बाद ही ख़त्म किया। उनके अलावा क्रेग ओवर्टन ने तीन विकेट झटके। जेम्स एंडरसन और मोईन अली के खाते में एक-एक विकेट गया।
मैच के बाद विराट कोहली ने हार के कारणों पर बात करते हुए कहा कि स्कोरबोर्ड के दबाव के कारण हम मैच में पीछे थे। हमने वापसी करने का प्रयास किया और कल सूझबूझ भरी बल्लेबाज़ी की। आज इंग्लैंड के गेंदबाज़ों ने बढ़िया गेंदबाज़ी की और हमें मुश्किल में डाला। पहले दिन पिच अच्छी थी लेकिन गेंदबाज़ों ने जो दबाव डाला उसके आगे हम टिक नहीं पाए और गुच्छे में विकेट गंवाए।
टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी करने के अपने फ़ैसले को उन्होंने सही बताया, कोहली ने कहा कि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने अच्छा खेल दिखाई और हम वह नहीं कर पाए। इंग्लैंड में पिच का हाल बदल जाता है लेकिन वह बल्लेबाज़ों के सामने चुनौती पेश करता है। हर बार आप अपने निचले क्रम से रनों की उम्मीद नहीं कर सकते। ऊपरी क्रम और निचले क्रम को एक जुट होकर खेलना होगा। हमने ऑस्ट्रेलिया में 36 ऑलआउट होने के बाद वापसी की थी। बल्लेबाज़ी क्रम को ख़ुद पर विश्वास दिखाना होगा और याद रखना होगा कि वह वापसी कर सकते हैं। ओवल में हम परिस्थितियों और पिच को देखकर दो स्पिनरों को खिलाने का फ़ैसला लेंगे। मौसम का अनुमान आप लगा नहीं सकते यहां। अगर आप के पास दो स्पिनर होते हैं तो आप केवल तीन तेज़ गेंदबाज़ों के साथ उतर सकते हैं। इंग्लैंड में वह चौथा तेज़ गेंदबाज़ खेल को बदल सकता हैं।
वहीँ भारत जैसी टीम पर इतनी बड़ी जीत हासिल करने के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रुट ने मैच प्रेजेंटेशन के दौरान कहा कि हमारे गेंदबाज़ों द्वारा नई गेंद से कमाल की गेंदबाज़ी की गयी. जब भी मौक़े बने, हमने उन्हें बुनाया। पहली पारी में हम परिपक्व थे, गेंदबाज़ी के बाद हसीब और रोरी के बीच उस साझेदारी ने अच्छी शुरुआत दी। आज भी गेंदबाज़ों ने दबाव बनाए रखा और विकेट अपने नाम किए। एंडरसन ऐसी गेंदबाज़ी कर सभी का मनोबल बढ़ा देते हैं। इस उम्र में उनका फिट रहना काबिल-ए-तारीफ़ हैं।
मलान के लिए वापसी करना मुश्किल था लेकिन अपने अनुभव के कारण वह आसानी से टीम के साथ जुड़ गए और उन्होंने अच्छा खेल दिखाया। हम बल्ले के साथ शुरुआत में अच्छी लय बनाना चाहते हैं और इस मैच के बाद उसे आगे भी बरक़रार रखने की कोशिश करेंगे। अपनी शानदार बल्लेबाज़ी पर रुट ने कहा, मैं बस अपने फ़ॉर्म को जारी रखना चाहता हूं और रन बनाकर टीम के लिए योगदान देने की कोशिश करूंगा। सैम के लिए यह सीरीज़ अब तक उतनी बढ़िया नहीं रही हैं पर वह कमाल कर सकते है। भारत के ख़िलाफ़ पिछले दौरे पर उन्होंने अकेले दम पर सीरीज़ का रुख़ मोड़ दिया था।
प्लेयर ऑफ़ द मैच ऑली रॉबिन्सन ने जीत को बेहद ख़ास बताया क्योंकि उन्होंने अपने प्रोफ़ेशनल करियर की शुरुआत इसी मैदान से की थी। रॉबिंसन ने कहाकी एंडरसन के साथ खेलते हुए उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। रॉबिंसन ने कहा कि दो चौके खाने के बाद विराट को आउट करना अच्छा लगा।