दूसरे वनडे में भी टीम इंडिया का सफाया, श्रंखला में SA की 2-0 से अजेय बढ़त
स्पोर्ट्स डेस्क
टेस्ट सीरीज में हार के बाद टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के हाथों वनडे सीरीज भी गंवा दी है. पार्ल के बोलैंड पार्क में 21 जून को खेले गए दूसरे वनडे मैच में मेजबान साउथ अफ्रीका ने भारत को सात विकेट से हराकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली. साउथ अफ्रीका ने पार्ल में ही 19 जनवरी को खेले गए पहले मुकाबले में टीम इंडिया को 31 रन से हरा दिया था.
दूसरे मैच में टीम इंडिया से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन एक बार फिर बैटिंग और बॉलिंग के मोर्चे पर टीम इंडिया दम नहीं दिखा सकी. भारत से मिले 288 रन के लक्ष्य को साउथ अफ्रीका ने 49वें ओवर में सिर्फ 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया. साउथ अफ्रीका के लिए दोनों ओपनर, यानमन मलान और क्विंटन डिकॉक ने बेहतरीन पारियां खेलीं.
टीम इंडिया ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और ऋषभ पंत और केएल राहुल के अर्धशतकों की मदद से 287 रन का स्कोर खड़ा किया. लक्ष्य ज्यादा बड़ा नहीं था और भारत को शुरुआत में ही सफलता की जरूरत थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पिछले 2 साल से चली आ रही कहानी फिर दोहराई गई और टीम इंडिया के गेंदबाज शुरुआती ओवरों में विकेट लेने में नाकाम रहे. क्विंटन डिकॉक और मलान की ओपनिंग जोड़ी ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए शतकीय साझेदारी की.
भारतीय टीम के लिए जसप्रीत बुमराह ने किफायती शुरुआत की, लेकिन भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ डिकॉक और मलान ने जमकर रन लूटे. इस दौरान दोनों बल्लेबाजों ने अपने-अपने अर्धशतक पूरे किए और सिर्फ 16 ओवरों में ही टीम को 100 रनों के पार पहुंचा दिया. भारत को पहली सफलता के लिए 22वें ओवर का इंतजार करना पड़ा. शार्दुल ठाकुर ने डिकॉक (78 रन, 66 गेंद, 7 चौके, 3 छक्के) को LBW आउट कर दिया. डिकॉक और मलान के बीच 132 रनों की साझेदारी हुई और इसने जीत की नींव तैयार कर दी.
इस सफलता के बाद भारत को फिर दूसरी सफलता के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ा. पहले वनडे में शतक जमाने वाले साउथ अफ्रीकी कप्तान टेंबा बावुमा ने मलान के साथ दूसरे विकेट के लिए 80 रनों की साझेदारी की. मलान अपने चौथे अर्धशतक से चूक गए. उन्हें 91 रन (108 गेंद, 8 चौके, 1 छक्का) के स्कोर पर जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर दिया. हालांकि, तब तक साउथ अफ्रीका ने 212 रन बना लिए थे और जीत तय हो गई थी. मलान के बाद बावुमा (35) को युजवेंद्र चहल ने अपनी ही गेंद पर कैच कर पवेलियन लौटा दिया. हालांकि, इसके बाद रासी वैन डर डुसैं और एडन मार्करम ने और कोई विकेट नहीं गिरने दिया और 74 रनों की बेहतरीन साझेदारी कर मैच को अंजाम तक पहुंचाया.
जहां तक भारतीय पारी की बात है, तो टीम इंडिया की बल्लेबाजी एक बार फिर कोई असर छोड़ने में नाकाम रही. कप्तान केएल राहुल और शिखर धवन ने 63 रनों की ओपनिंग साझेदारी की, लेकिन फिर धवन और विराट कोहली लगातार दो ओवरों में आउट हो गए. राहुल ने फिर ऋषभ पंत के साथ मिलकर 115 रनों की साझेदारी की. राहुल ने धीमी बल्लेबाजी की और 79 गेंदों में 55 रन बनाए. वहीं पंत ने टीम के स्कोर को रफ्तार दी और शतक से चूक गए. वह 71 गेंदों में 85 रन (10 चौके, 2 छक्के) बनाकर आउट हुए. वहीं श्रेयस अय्यर और वेंकटेश अय्यर इस बार भी कुछ खास नहीं कर सके. आखिर में शार्दुल ठाकुर (40 नाबाद) और रविचंद्रन अश्विन (25 नाबाद) ने तेजी से 48 रनों की साझेदारी कर टीम को 6 विकेट के नुकसान पर 287 रनों के स्कोर तक पहुंचाया.