ट्रॉफी के साथ टीम इंडिया को मिला 20.42 करोड़ का इनाम
टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम कर लिया. भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में एक मैच भी नहीं हारी है और फाइनल में भी ये सिलसिला जारी रखते हुए साउथ अफ्रीका को हराकर 17 साल का इंतजार खत्म कर दिया. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने ग्रुप स्टेज और सुपर-8 में सामने आई हर विरोधी को टीम धूल चटा दिया. इसके बाद भारत ने सेमीफाइनल में भी इंग्लैंड जैसी धाकड़ टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. अब महामुकाबले में उसने साउथ अफ्रीका को हराकर 11 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी को अपने नाम किया और जमकर कमाई भी की है. आईसीसी ने प्राइज मनी के लिए 11.25 मिलियन डॉलर यानि करीब 93.80 करोड़ रुपए रखे थे, जिसे सभी टीमों के बीच बांटा गया.
टीम इंडिया ने 17 साल के बाद साउथ अफ्रीका को हराकर टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी हासिल की है. इस कामयाबी के लिए आईसीसी की तरफ से उसे 2.45 मिलियन डॉलर यानि करीब 20.42 करोड़ का इनाम मिला है. इसके अलावा भारतीय टीम को हर जीत के लिए 31,154 डॉलर (लगभग 26 लाख रुपए) अलग से मिले हैं. इन सभी को एक साथ जोड़ दें तो भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट से 22.76 करोड़ की कमाई हुई है.
वहीं पहली बार फाइनल में पहुंचकर रनर-अप रही साउथ अफ्रीका की टीम को 1.28 मिलियन डॉलर (करीब 10.67) करोड़ रुपए मिले हैं, जो चैंपियन टीम की प्राइज मनी के आधे हिस्से के बराबर है. इसके अलावा 8 मैच जीतने के लिए लगभग 2.07 करोड़ रुपए अलग से मिले. साउथ अफ्रीका ने इस टूर्नामेंट से कुल 12.7 करोड़ की कमाई की है.
आईसीसी ने सेमीफाइनल में हारने वाली टीमों के लिए 7,87,500 डॉलर (6.56 करोड़ रुपए) की प्राइज मनी रखा था. अफगानिस्तान और इंग्लैंड की टीम सेमीफाइनल में हार गई थी. इसलिए उन्हें भी 6.56 करोड़ रुपए के अलावा हर जीत लिए 26 लाख रुपए अलग से दिए गए हैं.
सुपर-8 से 4 टीमें बाहर हो गई थीं, लेकिन वो भी मालामाल होकर लौटी हैं. हर टीम को 3,82,500 डॉलर करीब 3.18 करोड़ रुपए दिए गए हैं. इस राउंड से वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और अमेरिका बाहर हुए थे जिन्हें 3.18 करोड़ के साथ हर जीत के लिए अलग से 26 लाख रुपए मिले.
आईसीसी ने ग्रुप स्टेज से बाहर होने वाली टीम को भी खाली हाथ नहीं जाने दिया है. आईसीसी ने 9 से 12वीं रैंक की टीम को 2,47,500 डॉलर (करीब 2.06 करोड़) के साथ हर जीत के लिए 26 लाख रुपए दिए. वहीं 13 से 20वीं रैंक की टीमों को 2,25,000 डॉलर (करीब 1.87 करोड़) के साथ 26 लाख रुपए दिए गए हैं.