यूपी, महाराष्ट्र के शिक्षकों ने जीता ब्रेनली शिक्षक ऑफ द ईयर अवार्ड
भारत के प्रमुख ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ब्रेनली ने भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को पहचान देने और उनकी प्रशंसा करने के लिये अपने जारी प्रयासों में आज ब्रेनली शिक्षक ऑफ द ईयर 2022 के विजेताओं की घोषणा की है। पुरस्कारों का यह संस्करण स्कूलनेट इंडिया, लेनोवो और प्रोसुस के साथ भागीदारी में आयोजित किया गया था।
पुरस्कार पाने वाले चार बेहतरीन अध्यापक हैं श्रीमती नीरज मौर्य, जोकि आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूल मझौवा में एक सहायक शिक्षिका हैं; श्रीमती विजय लक्ष्मी, जोकि नोएडा, यूपी के एआईडी में कला एवं शिल्प की शिक्षिका हैं; डॉ. स्मिता सिंह, जोकि रेनुकूट, यूपी के आदित्य बिरला इंटरमीडियेट कॉलेज में शिक्षिका हैं; और श्री शुभम पांडे, जोकि पुणे, महाराष्ट्र के एस. पूनावाला इंग्लिश मीडियम स्कूल एण्ड जूनियर कॉलेज में शिक्षक हैं।
इस पहल के बारे में ब्रेनली के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर श्री राजेश बिसानी ने कहा, “शिक्षक विद्यार्थियों के घर के बाहर पहले मार्गदर्शक होते हैं। वे हमारे व्यक्तित्व को मजबूत और आकर्षक बनाकर ढालते हैं। ब्रेनली शिक्षक ऑफ द ईयर उन सर्वश्रेष्ठ अध्यापकों को पहचान और सम्मान देने की एक बेहतरीन कोशिश है, जिनकी शिक्षा के लिये प्रतिबद्धता किसी शर्त से बंधी नहीं और बेजोड़ है। यह पुरस्कार उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता को सराहने का एक छोटा, लेकिन महत्वपूर्ण कदम हैं। महामारी के बीच शैक्षणिक आवश्यकताओं में तेजी और क्षमता की मांग थी और शिक्षकों को पढ़ाने के नये तरीके बनाने थे तथा अध्यायन के तरीकों को बदलना था, ताकि वे घर पर क्वारंटीन विद्यार्थियों के हिसाब से हों।”
ब्रेनली के यूजर्स ने श्रीमती नीरज मौर्य के लिये विद्यार्थियों के नॉमिनेशन को पसंद किया, जो कि मुहम्मदपुर तहसील के प्राइमरी स्कूल मझौवा में एक सहायक शिक्षिका हैं और जिन्होंने “बेस्ट स्कूल टीचर/प्रिंसिपल’’ श्रेणी में जीत पाई है। उन्हें 7 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है और वे कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों को आरंभिक विषय पढ़ाती आ रही हैं। उनकी मजबूत इच्छाशक्ति और पढ़ाने के अनोखे तरीकों के कारण विद्यार्थी उनका बहुत आदर करते हैं।
शिक्षक अवार्ड्स से सम्मानित होने पर श्रीमती नीरज ने कहा, “मैं 6 साल से ज्यादा समय से इस महान पेशे में हूँ और अपने विद्यार्थियों के जरिये समाज में बदलाव लाने की ताकत मुझे हमेशा प्रेरित रखती है। मैं सचमुच खुश और अपने विद्यार्थियों की आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे नॉमिनेट किया है और मेरा पक्का मानना है कि एक शिक्षक को हमेशा अपने विद्यार्थियों को समझने के लिये खुला रहना चाहिये और उनका अच्छा दोस्त बनना चाहिये।”
“बेस्ट ऑफलाइन ट्यूटर’’ अवार्ड एआईडी, नोएडा की शिक्षिका श्रीमती विजय लक्ष्मी को मिला है, जोकि प्राथमिक विद्यार्थियों को गणित, कला एवं शिल्प पढ़ाती हैं। उन्हें विद्यार्थियों को सहज रखने में यकीन है और वे उन्हें एक रोचक तथा मजेदार तरीके से पढ़ाती हैं और इस कारण अपने विद्यार्थियों की सबसे प्यारी शिक्षिका बनी हुई हैं।
पढ़ाने में 20 वर्षों से ज्यादा के अनुभव वालीं श्रीमती विजय लक्ष्मी ने अवार्ड जीतने पर कहा, “हर विद्यार्थी के जीवन में पेरेंट्स के अलावा शिक्षक भी मार्गदर्शक का काम करते हैं। हमें यह समझने की जरूरत है कि दुनिया के प्रति एक विद्यार्थी की समझ को आकार देने में हम बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिये नॉमिनेट भर होना ही मेरे लिये बहुत मायने रखता है। अपनी सेवा के लिये सराहे जाने का अनुभव बेजोड़ और खुशी देने वाला है।”
ब्रेनली कम्युनिटी ने डॉ. स्मिता सिंह को “बेस्ट ऑनलाइन ट्यूटर/एज्युकेटर’’ अवार्ड से सम्मानित किया। आदित्य बिरला इंटरमीडियेट कॉलेज में इतिहास पढ़ाने में एक दशक से ज्यादा के अनुभव के साथ वह कई विद्यार्थियों की चहेती हैं। उनका पढ़ाने का तरीका अनोखा है और वह सुनिश्चित करती हैं कि उनके इतिहास के अध्याय उबाऊ न हों और विद्यार्थियों के दिमाग में कल्पना निर्मित करें। अपनी लोकेलिटी में भी वह पहली शिक्षक थीं, जिन्होंने महामारी के बीच व्हाट्सऐप ग्रुप्स, कॉन्फरेंस वीडियो कॉल्स और यूट्यूब के माध्यम से ऑनलाइन टीचिंग क्लासेस शुरू की थीं।
यह पुरस्कार जीतने पर डॉ. स्मिता ने कहा, “मुझे इतिहास बहुत पसंद है और अपने विद्यार्थियों को राजाओं तथा साम्राज्यों की ऐतिहासिक कहानियों के बारे में बताना मुझे अच्छा लगता है। मैं मौजूदा शैक्षणिक पाठ्यक्रम की बड़ी प्रशंसक नहीं हूँ, क्योंकि मुझे लगता है कि उसमें सामाजिक और नैतिक ज्ञान की कमी है, जोकि आज की दुनिया में बहुत जरूरी है। यह पुरस्कार पाकर मैं सम्मानित हूँ और अपने विद्यार्थियों के प्रति बहुत आभार और प्यार रखती हूँ, जिन्होंने सोचा कि मैं इस सम्मान को पाने के योग्य हूँ।”
“मोस्ट इनोवेटिव एज्युकेटर’’ के लिये श्री शुभम पांडे को अवार्ड मिला, जोकि सी.ई.एस. डॉ. साइरस एस. पूनावाला इंग्लिश मीडियम स्कूल एण्ड जूनियर कॉलेज के एक युवा और जोशीले शिक्षक हैं। वह अपनी पढ़ाने की शैली में हमेशा कुछ ना कुछ नयापन लाते रहते हैं, जिसे उनके विद्यार्थी काफी पसंद करते हैं। उन्होंने हाल ही में क्यान और जेनीयो लर्निंग ऐप्स से एआई-इनैबल्ड असेसमेंट और टीचिंग का इस्तेमाल शुरू किया है, जो विद्यार्थियों को संवादपरक और दिलचस्प लगा है।
पुरस्कार जीतने पर श्री शुभम पांडे ने कहा, “शिक्षा देना मेरे हिसाब से ऐसा पेशा है, जो नन्हे, विकसित हो रहे, खुले और उत्सुक दिमागों को तराश सकने वाले एक औजार का काम करता है। शिक्षा का लक्ष्य है दुनिया में शांति और मानवता को स्थापित करना। भारत का शैक्षणिक पाठ्यक्रम प्रगतिशील है और विद्यार्थियों के समग्र विकास पर केन्द्रित है। हालांकि संसाधनों की कमी और कार्यान्वयन की प्रक्रिया से जुड़ी व्यवहारिक कठिनाइयाँ एक चुनौती है।”
55 मिलियन भारतीय यूजर्स की ब्रेनली कम्युनिटी इसमें वोट कर सकती थी और विभिन्न श्रेणियों में अध्यापकों ने अपने योगदान की सराहना स्वरूप नगद पुरस्कार जीते। बेस्ट स्कूल टीचर/प्रिंसिपल, ट्यूशन या कोचिंग सेंटर्स में बेस्ट ऑफलाइन ट्यूटर फॉर टीचर्स, एज्युकेशन कैटेगरी में इंफ्लूएंसर्स/यूट्यूबर्स के लिये बेस्ट ऑनलाइन ट्यूटर/एज्युकेटर और ऑनलाइन या ऑफलाइन कक्षाओं में तार्किक चिंतन, जिज्ञासा तथा अवधारणाओं की स्पष्टता पर गहन ध्यान वाले शिक्षकों के लिये मोस्ट इनोवेटिव टीचर जैसी श्रेणियों के तहत सभी विषयों के अध्यापकों के लिये नॉमिनेशंस खुले थे।
ब्रेनली शिक्षक ऑफ द ईयर 2022 का आयोजन प्रोसुस, अग्रणी टेक्नोलॉजी कंपनी लेनोवो और एडटेक सेवा प्रदाता स्कूलनेट इंडिया के साथ भागीदारी में हुआ था। एक बेहतरीन कल के लिये टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के मजबूत विचार के साथ लेनोवो सर्वश्रेष्ठ नॉमिनेशंस के लिये तीन विद्यार्थी विजेताओं को टैब्स देगी। प्रमुख एडटेक सेवा प्रदाता स्कूलनेट इंडिया ने इस संस्करण के लिये एक विशेष पुरस्कार श्रेणी बनाई थी, ताकि ऐसे शिक्षकों को खुश किया जा सके, जिन्होंने सबसे खोजपरक तरीकों से ऑनलाइन या ऑफलाइन कक्षाओं में तार्किक चिंतन, जिज्ञासा और अवधारणाओं की स्पष्टता पर ध्यान दिया है।