ज़ीनत शम्स विशाखापत्तनम आज दूसरा भोपाल बनने से बच गया, इसका श्रेय हमारी आपातकालीन सेवा, नेवी और स्थानीय प्रशासन को जाता है जिसने समय रहते विशाखापत्तनम को भोपाल बनने से बचा लिया|