गोरखपुर के एक छोटे से गांव ब्रह्मपुर में पैदा हुए बालेंदु द्विवेदी जी की फिक्शन राइटिंग में एक अलग पहचान है, साहित्यकार के रूप में स्थापित बालेन्दु द्विवेदी को इस क्षेत्र में