(आलेख : राम पुनियानी) भारत का स्वाधीनता संग्राम बहुलतावादी था और उसका लक्ष्य था धर्मनिरपेक्ष एवं प्रजातांत्रिक मूल्यों की स्थापना। यह हमारे संविधान की उद्देशिका से भी जाहिर है, जिसमें स्वतंत्रता, समानता