तौसीफ कुरैशी 1 जनवरी 1950 को इंदौर में जन्मे राहत क़ुरैशी इंदौरी ने लगभग 16 वर्षों से अधिक उर्दू साहित्य को इंदौर विश्वविद्यालय में पढ़ाया।उनके 6 से अधिक ग़ज़ल संग्रह प्रकाशित हुए।
इंदौर: राहत इंदौरी साहब आज रात साढ़े नौ बजे छोटी खजरानी (इंदौर) कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए। यह जानकारी राहत साहब के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से दी गई। साथ ही अपील
दो गज़ सही लेकिन ये मेरी मिलकियत तो है..ऐ मौत तूने मुझको ज़मींदार कर दिया जी हाँ, ज़िन्दगी की असलियत की अक्कासी करने वाली इन बेहतरीन लाइनों को लिखने वाला अब इस
देशभर में कोरोना वायरस का कहर तेज गति से फैलता जा रहा है। कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव के बीच मशहूर शायर राहत इंदौरी भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। राहत इंदौरी ने