हुसैन से मिली इंसानियत को ऐसी हयात,यज़ीद आते रहे पर उसे मिटा न सके। आज मुहर्रम की सातवीं तारीख़ है। आज ही के दिन से रसूल ख़ुदा मोहम्मद मुस्ताफ़ा (स) के निवासे
डॉक्टर मुहम्मद नजीब क़ासमी मुहर्रम इस्लामी साल का पहला महीना है, यानी मुहर्रम से हिजरी साल का आग़ाज़ और ज़िलहिज्जा पर हिजरी साल इखतेताम होता है, नीज़ मुहर्रम उन चार महीनों में