Share नया हिजरी साल, मुहासबए नफ़्स का मौक़ा लेख मोहम्मद आरिफ़ नगरामी इस्लाम तमाम तर सरमाया उन्ही कमरी महीनों और हिजरी तारीख से ही वाबिस्ता है अरकाने इस्लाम हज व रोजे का हिसाब इसी इस्लामी कलंडर से किया जाता है ईद जुलाई 30, 2022 16:27 0