पुस्तक मेले में नवरात्र पर महिला साहित्य और विमर्श की किताबें कर रहीं आह्वान
गोष्ठियों व कविताओं की गूंज के बीच ‘हारी नहीं हूँ नारी हूँ मैं‘ और ‘काव्य मकरन्द‘ का लोकार्पण लखनऊ ब्यूरोएक संवेदनशील स्त्री की कथा के बहाने भीतर उमड़ते घुमड़ते जीवंत और ज्वलंत