Tag Archives: badal saroj

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नफरती एजेंडे की बलिवेदी पर चढ़ा कुंभ का मेला

(आलेख : बादल सरोज) एक महीने तक चलने वाले कुंभ मेले का आरम्भ हो गया है। कुंभ, उसमें भी इलाहाबाद – जिसे अब प्रयागराज कहने का हुक्म है — का कुंभ पृथ्वी
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यत्र-तत्र-सर्वत्र मिनी पाकिस्तान ढूंढती नैनो बुद्धि

(आलेख : बादल सरोज) घूम-फिरकर कुनबा फिर अपने प्रिय पाकिस्तान की पनाह में पहुँच गया है। इस बार कोलम्बस बने हैं महाराष्ट्र की चार इंजिन वाली सरकार के मछली जल की रानी
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सिर्फ कैलेंडर के बदलने से नहीं बदलेंगे हालात

(आलेख : बादल सरोज) नववर्ष की शुभकामनायें, और जैसा कि कहे जाने का रिवाज़ है उसके साथ कि, यह नया साल – 2025 – आपके लिए पिछले सभी वर्षों की अपेक्षा बेहतर
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संविधान पर बहस : बोले तो बहुत — मगर बताने के लिए कम, छुपाने के लिए ज्यादा

(आलेख : बादल सरोज) 🔵 संविधान पर हुई बहस में प्रधानमंत्री मोदी लगभग दो घंटा बोले, मगर ठीक वही बात नहीं बोली, जो बोलनी थी। लोकसभा में अपने कुल 110 मिनट के
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व्हाइट हाउस में जचगी और यहां सोहर का शोर

(आलेख : बादल सरोज) इस बार 5 नवम्बर को सभी को चौंकाते हुए, जो आदमी, अमरीका के राष्ट्रपति का चुनाव जीता है, यह निर्लज्ज नस्लवादी, अंग्रेजी में बोले तो रेसिस्ट बन्दा है
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फिलिस्तीन : आज अगर खमोश रहे, तो कल सन्नाटा ही बचेगा चहुँओर

(आलेख : बादल सरोज) 🔵 इतिहास में इसरायल नाम का देश दुनिया के नक़्शे पर कभी नहीं रहा। यहूदी धर्म के अनुयायी दुनिया भर के देशों में, कहीं थोड़े, कहीं बहुत थोड़े,
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कासगंज की रामलीला में शम्बूक का आत्मवध

(आलेख : बादल सरोज) शम्बूक को लेकर अनेक रामकथाओं में दर्ज प्रसंग से रूप में थोड़ा अलग, किन्तु सार में यथावत पूर्ववत, मंचन उत्तरप्रदेश में गंगा किनारे बसे सोरों के एक गाँव
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आर्यन और साबिर की बलि से शुरू हुआ भाजपा का हरियाणा चुनाव अनुष्ठान

(आलेख : बादल सरोज) वह जुनैद या अख़लाक़ नहीं था। नासिर या मुमताज़ भी नहीं था। हालाँकि ऐसा होना कोई गुनाह नहीं है। उसका नाम आर्यन था, वह मिश्रा भी था। सिर्फ
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‘पांचजन्य’ का जाति महिमा गान : पहुँची वहीं पे ख़ाक जहाँ का खमीर था

(आलेख : बादल सरोज) मोदी राज के घोटाले-दर-घोटाले उजागर होने और 4 जून को आये लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से हर मोर्चे पर दिन में तीन के हिसाब से हो रही