प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी बिजनेस टायकून आजकल बड़ी मुसीबत में हैं और यह मुसीबत लगातार बढ़ती जा रही है. अडानी ग्रुप का FPO पूरा सब्सक्राइब होने के बावजूद रद्द हो गया,
भारतीय रिजर्व बैंक ने स्थानीय बैंकों से अडानी समूह की कंपनियों में उनके निवेश के बारे में विवरण मांगा है। यह कदम तब आया जब पिछले सप्ताह से समूह के संचयी बाजार
अडानी एंटरप्राइजेज ने 1 फरवरी को कहा कि उसने अपने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग (एफपीओ) को रद्द कर दिया है. कंपनी ने यह फैसला अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की उस रिपोर्ट के
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी को जो झटका लगा है, उससे हाल फिलहाल उन्हें राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. बुधवार को अडानी
अडानी एंटरप्राइजेज FPO पर हिंडनबर्ग की निगेटिव रिपोर्ट की मार पड़ी हैऔर निवेशक एफपीओ से दूर बने हुए हैं. इश्यू के दूसरे दिन दोपहर 4 बजे तक यह FPO सिर्फ 2 फीसदी
शेयर बाजार में आज दिनभर उठापटक जारी रही, सेंसेक्स और निफ्टी कभी लाल निशान में तो कभी हरे निशान में दिखे. हालांकि कारोबार के अंत में बाजार में आज के लो से
अडानी ग्रुप को लेकर हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद कांग्रेस पार्टी ने RBI और सेबी से मामले की ‘गंभीर जांच’ की मांग की है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा
अडानी ग्रुप शेयरों में ज़बरदस्त बिकवाली की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी में साल की बड़ी गिरावट आई है. सेंसेक्स इंट्राडे में 1000 अंकों से ज्यादा कमजोर हुआ था. वहीं निफ्टी भी
रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने के साथ ही अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में सुनामी आ गई है. शेयरों में जोरदार गिरावट का बुरा असर एशिया के सबसे अमीर
टीम इंस्टेंटखबरलंदन के प्रतिष्ठित विज्ञान संग्रहालय के दो ट्रस्टियों ने अडानी ग्रुप की कंपनी को प्रायोजक बनाये जाने के बाद इस्तीफा दे दिया है. लंदन के साइंस म्यूजियम ग्रीन एनर्जी पर एक