अब्दुल ग़फ़्फ़ार सिद्दीकी9897565066 संसदीय चुनाव नजदीक आ रहे हैं। नागरिकों की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं। मुस्लिम उम्माह की इच्छा है कि मौजूदा सरकार को बदला जाए। अल्लाह ज़ालिमों से निजात दे।
अब्दुल गफ़्फ़ार सिद्दीकी9897565066 इस समय मेरे सामने जुलाई माह की कुछ खबरें हैं, जो एक विश्वसनीय व्हाट्सएप ग्रुप से ली गई हैं। इन खबरों से देश की नैतिक, सामाजिक स्थिति और कानून-व्यवस्था
इस्लाम को अपना धर्म मानने वाले कब तक आपस में लड़ते रहेंगे? अब्दुल ग़फ़्फ़ार सिद्दीकी9897565066 हर कोई इस बात से सहमत है कि मुसलमानों को सबसे ज्यादा नुक़सान गुटबाज़ी से पहुंचा है।