Share कांग्रेस की बाईपास सर्जरी है कन्हैया की एंट्री लेख नवेद शिकोह जब हर दवा बेअसर होने लगे और कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा हो तब बाईपास सर्जरी का रिस्क उठाया जाता है। इसे बहादुरी भी कह सकते हैं और मजबूरी भी। सितम्बर 29, 2021 23:29 0