टी-20 वर्ल्ड कप: कौन मारेगा सेमीफाइनल की बाज़ी?
तौक़ीर सिद्दीकी
टी20 वर्ल्ड कप का पहला सेमीफाइनल 10 नवंबर को यानी कल आबूधाबी में खेला जाना है और मुकाबला पिछली रनर अप इंग्लैंड और वनडे वर्ल्ड कप की रनरअप न्यूज़ीलैण्ड के बीच है. दोनों ही टीमें ऐसी हैं जो विश्व कप जीतने में सक्षम हैं. दोनों ही टीमें सुपर 12 राउंड में एक-एक मैच हारकर यहाँ पहुंची हैं. तो मुकाबला भी दिलचस्प होने की उम्मीद है.
तो आइए दोनों टीमों के मज़बूत और कमज़ोर पहलुओं को जानने की कोशिश करते हैं. पहले बात करते हैं इंग्लैंड की जिसे 2016 में वेस्टइंडीज के हाथों चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था
इस वर्ल्ड कप की बात करें तो इंग्लैंड की टीम ने अपने पहले चार मैचों में मौजूदा चैम्पियन वेस्टइंडीज,ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और बांग्लादेश को हराया लेकिन आखरी लीग मैच में साउथ अफ्रीका से 10 रनों पराजित हुई.
इंग्लैंड के मज़बूत पहलुओं की बात करें तो जोस बटलर टीम का सबसे प्लस पॉइंट हैं, आईपीएल में बुरी तरह आउट ऑफ़ फॉर्म कप्तान मॉर्गेन भी दो अच्छी पारियां खेलकर फॉर्म में आने का संकेत दे चुके हैं, डेविड मलान, मोईन अली और लियम लिविंगस्टन अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे हैं.
कमज़ोर पहलुओं की बात करें तो जेसन रॉय का ज़ख़्मी होकर वर्ल्ड कप से बाहर होना इंग्लैंड के लिए एक बहुत बड़ा झटका है. एक तो जेसन रॉय उम्दा फॉर्म में थे और टीम को एक मज़बूत शुरुआत दे रहे थे दूसरे इतने अहम् मैच में इंग्लैंड को एक नयी सलामी जोड़ी उतारनी पड़ेगी। जॉनी बेयरस्टो भी एक बड़ी चिंता हैं जो इस वर्ल्ड कप में अभी तक आउट ऑफ़ कलर हैं.
गेंदबाज़ी की बात करें तो क्रिस जॉर्डन, क्रिस वोक्स, टिमाल मिल्स टी 20 के स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ हैं, स्पिन डिपार्टमेंट में आदिल रशीद और मोईन अली न्यूज़ीलैण्ड के बल्लेबाज़ों को बाँधने में सक्षम हैं, छठे गेंदबाज़ के रूप में लियम लिविंगस्टन हैं जो दो ओवर तो निकाल ही सकते हैं. कुल मिलकर आप इंग्लैंड के आक्रमण को एक बैलेंस अटैक कह सकते हैं.
अब बात न्यूज़ीलैण्ड की. एक ऐसी टीम जो इतनी ख़ामोशी से अपना सफर तय करती है कि किसी को पता ही नहीं चलता और वह सेमीफाइनल में दिखाई देती है. निरंतरता उनकी विशेषता है, बस ऐन मौके पर भाग्य उनका साथ नहीं देता है और खिताबी जीत आते आते उनसे दूर हो जाती है.
बल्लेबाज़ी की बात करें तो न्यूज़ीलैण्ड की बैटिंग मार्टिन गप्टिल और केन विलियम्सन के इर्द गिर्द घूमती है और उनका साथ डैरिल मिचेल और जिमी नीशाम अच्छी तरह से निभा रहे हैं. डेवन कॉन्वे और ग्लेन फिलिप्स भी अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे हैं.
गेंदबाज़ी उनकी इंग्लैंड से मज़बूत नज़र आती है. ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, ऐडम मिल्न और नीशम मज़बूती से तेज़ आक्रमण को संभाले हुए हैं. स्पिनर्स में ईश सोढी कमाल की गेंदबाज़ी कर रहे हैं. सुपर 12 के सभी पांच मैचों में वह अपने पहले ही ओवर में विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं, मिचेल सैंटनर हमेशा की तरह काफी किफायती नज़र आ रहे हैं.
अब अगर हम दोनों टीमों की तुलना करें तो इंग्लैंड की टीम जहाँ बल्लेबाज़ी में थोड़ा ऊपर दिखती है तो वहीँ न्यूज़ीलैण्ड की गेंदबाज़ी इंग्लैंड से बीस नज़र आ रही है. फील्डिंग की बात करें तो दोनों टीमों पलड़ा बराबर का लगता है. अब कौन सी टीम कल फाइनल में जगह बनाती है इसका प्रिडिक्शन थोड़ा मुश्किल है पर मैं न्यूज़ीलैण्ड के साथ जाना चाहूंगा, बाक़ी देखते हैं कल क्या होगा?