भाजपा और आरएसएस की शुचिता और शुद्धता की राजनीति का चेहरा उजागर

लखनऊ
सुप्रीम कोर्ट के बिलकिस बानो रेप केस में दंडित अपराधियों को माफीनामा देकर रिहा करने के भाजपा की गुजरात सरकार के फैसले को रद्द करने और अपराधियों को जेल भेजने के आदेश का ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने स्वागत किया है। आईपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. दारापुरी ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि इस निर्णय से न्याय की जीत हुई है। यह जानते हुए कि महाराष्ट्र के उच्च न्यायालय द्वारा सजा दिए गए बलात्कारियों की सजा गुजरात सरकार माफ नहीं कर सकती, इसके बावजूद भाजपा सरकार ने इसे माफ कर दिया। इतना ही नहीं इस मामले में बलात्कारियों को बचाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने सर्वोच्च अदालत में पूरी ताकत लगा दी थी। इससे पहले भी कश्मीर के कठुआ में बलात्कारियों के पक्ष में जुलूस निकालना, झारखंड और राजस्थान समेत देश की कई जगहों में अपराधियों को सम्मानित करना और उत्तर प्रदेश में दुध्दी आदिवासी सीट पर नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोपी को विधायक बनवाने जैसे तमाम उदाहरण है जो यह दिखाते हैं कि भाजपा और आरएसएस की राजनीतिक संस्कृति देश में माब लिंचिंग करने वाले अपराधियों, बलात्कारियों व माफियाओं के मनोबल को बढ़ाने का काम कर रही है। सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय के बाद एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस का शुचिता व शुद्धता की राजनीतिक संस्कृति का चेहरा उजागर हुआ है।