देश और समाज को एक करने में कमर फाउंडेशन का साथ दीजिए: मेराज अहमद क़मर
फतेहपुर बाराबंकी:
पैग़म्बर मोहम्मद साहब के रास्ते पर चलकर मानवता की रक्षा के लिए देश और समाज को एक करने में कमर फाउंडेशन का साथ दीजिए घृणा और हिंसा बर्बादी का कारक है इसको देश बदर करके प्रेम के संदेश को आम करना प्रत्येक मुसलमान का फर्ज है क्योंकि मुसलमान खैरे उम्मत है उसकी जिम्मेदारी है कि वह भलाई के शिक्षा दें और बुरी बातों से लोगों को मना करें उक्त विचार आज यहां कटघरा के मदरसा अशरफुल उलूम में आयोजित शहीद अशफाक उल्ला खान जयंती समारोह में फाउंडेशन के संस्थापक संरक्षक मेराज अहमद कमर ने व्यक्त किए उन्होंने कहा कि आई एस आई एस जैसे आतंकवादी संगठन हिंदुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया के लिए घातक है ऐसा कोई भी संगठन या कमेटी जिसके द्वारा उग्रवाद की शिक्षा दी जा रही है वह मानवता की खुली दुश्मन है क्योंकि उग्रवाद पूरी मानव जाति के लिए बहुत ही घातक है इससे समाज को बचाना प्रत्येक नागरिक का फर्ज है उन्होंने कहा कि शहीद अशफाक उल्ला खान ने अंग्रेजों के किसी खजाने को नहीं लूटा था पलके उन्होंने अपने साथियों की सहायता से हमारे मुल्क से लूटे हुए खजाने को अंग्रेजों से ताकत के बल पर छीन लिया था का कोई केस को लूट व डकैती कहना शहीद ए आजादी की तौहीन है।
पत्रकार जावेद अख्तर ने कहा कि अशफाक उल्ला खान पंडित राम प्रसाद बिस्मिल ने जिस हिंदू मुस्लिम दोस्ती को परवान चढ़ाया था आज उसमें दीवार खड़ी करने की कोशिश की जा रही है जिसे बेनकाब कर उन शहीदों के अखंड भारत के सपने को साकार करना हर हिंदुस्तानी शहरी के लिए लाजिम है नफरत की आग को प्यार के जल थल से बुझाने की जरूरत है और इसके लिए कमर फाउंडेशन की कोशिश प्रशंसनीय है
इस अवसर पर मोहम्मद आसिफ मोहम्मद हनीफ रईस अहमद हाफिज आशिक अली मोहम्मद कामरान सनोवर अली के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे अंत में हाफिज अब्दुल हाई के आभार पर जलसा समाप्त हुआ