चीन की सरकार ने 140 अरब डॉलर के पैकेज का ऐलान जब से किया है, तब से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है. विदेशी संस्थागत निवेशक भारत के शेयर बाजार से लगातार पैसा निकालकर शंघाई और हॉन्गकॉन्ग के बाजारों में लगा रहे हैं. अक्टूबर के महीने में ही विदेशी निवेशक करीब 90 हजार करोड़ रुपए निकाल चुके हैं.

मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार क्रैश होता हुआ दिखाई दिया है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. जहां सेंसेक्स 80,200 अंकों के लेवल पर आ गया है. वहीं दूसरी ओर निफ्टी में 300 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिली है. जिसकी वजह से शेयर बाजार निवेशकों के 9 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं.

भारतीय शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट देखने को मिली. बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 930.55 अंक यानी 1.15 फीसदी की गिरावट के साथ 80,220.72 अंकों पर बंद हुआ. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 80,149.53 अंकों पर पहुंचा. वैसे सुबह सेंसेक्स सपाट लेवल पर 81,155.08 अंकों पर बंद हुआ था. एक दिन पहले भी सेंसेक्स में गिरावट देखने को मिली थी. सोमवार और मंगलवार को मिलकर सेंसेक्स में 1000 से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है.

वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक​ एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक​ निफ्टी भी 300 से ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ. आंकड़ों के अनुसार निफ्टी मंगलवार को 309 अंक यानी 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 24,472.10 अंकों पर बंद हुआ. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 24,445.80 अंकों के साथ दिन के लोअर लेवल पर भी गया. वैसे आज निफ्टी 24,798.65 अंकों पर ओपन हुआ था. निफ्टी में सोमवार को भी गिरावट देखने को मिली थी. इन दो दिनों में निफ्टी में 381.95 अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार कर रहे शेयरों की बात करें तो टॉप 5 लूजर्स में भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड का शेयर नंबर 1 लूजर दिखाई दिया. जिसके शेयर में 3.79 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर 3.63 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए. कोल इंडिया का शेयर 3.36 फीसदी, अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर 3.29 फीसदी और देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई का शेयर 2.97 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.

दूसरी ओर बांबे स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबारी कर रही बड़ी कंपनियों के शेयर धूल चाटते हुए दिखाई दिए. टाटा स्टील का शेयर 2.94 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. टाटा मोटर्स का शेयर 2.64 फीसदी की गिरावट देखी गई है. देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.86 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. साथ ही टीसीएस का शेयर भी डेढ़ फीसदी की गिरावट के साथ क्लोज हुआ.

वहीं दूसरी ओर हुंडई इंडिया लिमिटेड का शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुआ है. बीएसई के आंकड़ों के अनुसार कंपनी का शेयर इश्यू प्राइस से 7.12 फीसदी यानी 139.60 रुपए की गिरावट के साथ 1820.40 रुपए पर बंद हुआ. जबकि कंपनी का लिस्टिंग प्राइस 1931 रुपए देखने को मिला था. बाजार बंद होने के बाद कंपनी का शेयर लिस्टिंग प्राइस से 5.73 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. कंपनी के शेयर का इश्यू प्राइस 1960 रुपए था जो कारोबारी सत्र के दौरान 1968.80 रुपए के दिन के हाई पर भी पहुंचा था. मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 1,47,914.98 करोड़ रुपए देखने को मिल रहा है, जोकि कारोबारी सत्र के दौरान 1.50 लाख करोड़ रुपए से ज्यायदा था.

शेयर बाजार के स्मॉल और मिडकैप सेगमेंट को और भी ज्यादा नुकसान देखने को मिला है. बीएसई मिडकैप इंडेक्स 2.52 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 3.81 फीसदी टूट गया. सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी पीएसयू बैंक (4.18 प्रतिशत नीचे), रियल्टी (3.38 प्रतिशत नीचे) और मेटल (3 प्रतिशत नीचे) सबसे अधिक गिरे. निफ्टी ऑटो, मीडिया, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑयल एंड गैस प्रत्येक में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई. निफ्टी बैंक इंडेक्स में 1.36 फीसदी की गिरावट आई, जबकि प्राइवेट बैंक इंडेक्स को 0.97 फीसदी का नुकसान हुआ.