खड़े होकर पानी पीना, मतलब बीमारियों को बुलावा देना
कई लोगों की आदत होती है खड़े होकर पानी पीने की। लेकिन क्या आपको पता है कि यह आदत आपके शरीर को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाती है। विशेषज्ञों के अनुसार अक्सर लोग खड़े होकर तेजी से पानी पीते हैं, जो कि एक गलत तरीका है और यह हमारे शरीर को कई तरह से प्रभावित करता है, यही नहीं इससे पूरे बायोलॉजिकल सिस्टम पर प्रभाव पड़ता है। पानी हमेशा बैठकर और धीरे-धीरे ही पीना चाहिए और अगर आप खड़े होकर पानी पी भी रहे हैं तो सिप कर करके पिएं। अगर आप पानी तेजी से पीते हैं, तो यह आपके फेफड़ों में पहुंचकर एस्पिरेशन निमोनिया का कारण बन सकता है। इससे बॉडी हाइड्रेट भी नहीं होती। सिप करके पानी पीना ही सेहत के लिए फायदेमंद है। हमारा शरीर 70-75% पानी है और यह सबसे अधिक समझा जाने वाला सुपरफूड है।
फ्लूइड बैलेंस बिगड़ता है
शरीर का बायोलॉजिकल सिस्टम न बिगड़े, इसके लिए पानी ना सिर्फ बैठकर पिएं, बल्कि आराम से पीना चाहिए। जब कोई तेजी से और खड़े होकर पानी पीता है तो इससे फ्लूइड बैलेंस बिगड़ता है, जो शरीर के विषाक्त पदार्थों के साथ-साथ पेट की अन्य समस्याओं को भी बढ़ाता है। यह जोड़ों में फ्लूइड संग्रह को ट्रिगर करता है, जिसकी वजह से बाद में जोड़ों के दर्द के लक्षण पैदा हो सकते हैं। इसके अलावा यह हड्डियों पर भी प्रभाव डालता है।
पेट में पड़ता है प्रेशर
खड़े होकर पानी पीने से पानी तेजी से पेट में पहुंचता है, जिसकी वजह से इसका प्रेशर पेट पर पड़ता है। इससे पानी में मौजूद पोषक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते हैं और ऐसे में आपको तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। वहीं पेट पर प्रेशर पड़ने की वजह से डाइजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। डाइजेस्टिव सिस्टम को हेल्दी रखने के लिए ना सिर्फ खड़े होकर बल्कि खाना खाने के तुरंत बाद और खाते वक्त भी पानी नहीं पीना चाहिए।
किडनी पर पड़ता है असर
खड़े होकर तेजी से पानी पीने से प्यास नहीं बुझती, कुछ मिनट बाद आपको दोबारा पानी पीने का मन करेगा। इसके अलावा यह किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है। दरअसल जब हम पानी खड़े होकर तेजी से पीते हैं तो पेट पर प्रेशर पड़ता है, जिसकी वजह से शरीर के अंदर मौजूद सभी अशुद्धियां ब्लैडर में जमा हो जाती हैं, यह किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं।
फेफड़ों को भी पहुँचता है नुक्सान
खड़े होकर तेजी से पानी पीने से फेफड़ों को भी नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि यह तेजी से अंदर जाता है, ऐसे में हमारे शरीर के अंदर फूड पाइप और विंड पाइप में ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है। अगर कोई व्यक्ति अपनी इस आदत में सुधार नहीं करेगा तो आगे चलकर उसे फेफड़ों के साथ-साथ दिल से जुड़ी बीमारी होने की भी संभावना बढ़ जाएगी।
बैठकर पानी पीने से शरीर होता बूस्ट अप
जब हम बैठकर पानी पीते हैं तो मांसपेशियां और शरीर के अंग रिलैक्स रहते हैं। ऐसे में पानी आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है। दरअसल हमारे शरीर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जब हम बैठते हैं और पीठ को सीधा रखते हैं तो अधिकतम स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। जब हम बैठकर बोतल या गिलास से पानी पीते हैं तो पोषक तत्व हमारे दिमाग तक पहुंचते हैं, जो शरीर को बूस्ट करता है। इसके अलावा ये पाचन तंत्र को भी हेल्दी रखने का काम करता है।